सागर। मध्य प्रदेश के सागर जिले के राहतगढ़ क्षेत्र के घने जंगलों में काले हिरण के शिकार का बड़ा मामला सामने आया है। वन विभाग ने गुरुवार देर रात की कार्रवाई में तीन आरोपियों को पकड़ा है। टीम ने उनके कब्जे से काले हिरण का करीब 10 किलो मांस, खाल, सागौन की लकड़ी, 22 बोर की राइफल, जिंदा कारतूस और खाली खोखे जब्त किए हैं। मामला वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम के गंभीर उल्लंघन से जुड़ा है जिसके तहत आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
जानकारी के अनुसार, बेरखेड़ी बीट के टेहरा-टेहरी इलाके में दो कारों के जंगल में प्रवेश करने की जानकारी अधिकारियों को मिली थी। इसके बाद राहतगढ़ वन परिक्षेत्र की टीम ने इलाके के रास्तों पर नाकाबंदी कर दी और जवानों ने घने पेड़ों व झाड़ियों में छिपकर संदिग्ध वाहनों का इंतजार किया। रात करीब 3 बजे दोनों कार जंगल से वापस निकलीं तो टीम ने चारों ओर से घेराबंदी कर उन्हें रोक लिया और कारों में बैठे व्यक्तियों को तुरंत हिरासत में ले लिया।
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तलाशी के दौरान वाहनों से मादा काले हिरण का मांस, खाल, सागौन की लकड़ी, 22 बोर की राइफल, 15 जिंदा कारतूस और 3 खाली खोखे मिले। पूछताछ में आरोपियों की पहचान वसीम खान (मंडी बामौरा), ओमकार आदिवासी (टेहरा-टेहरी) और राजू आदिवासी (सेमरामेढ़ा) के रूप में हुई। राहतगढ़ वन परिक्षेत्र अधिकारी मनीष सिंह ठाकुर ने पुष्टि की है कि बरामद मांस मादा काले हिरण का है। वन विभाग ने तीनों को मौके पर ही गिरफ्तार कर वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है। अधिकारियों के अनुसार शिकार गिरोह की संभावित नेटवर्किंग और सप्लाई चैन की दिशा में भी जांच आगे बढ़ाई जा रही है।
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