आगर। प्रदेश में हमने तो वोट से सरकार बनाई थी, लेकिन यहां प्रजातंत्र से खिलवाड़ हुआ, यह प्रजातंत्र नही नोटतंत्र है। 15 साल तक प्रदेश में बीजेपी की सरकार रही।15 महीने कांग्रेस की सरकार रही। मैं सौदे की राजनीति नहीं करने वाला था, इसीलिए मैंने इस्तीफा दिया। मुझे जीत और हार की चिंता नहीं, मुझे प्रदेश की चिंता है, किसानों की चिंता है। 

यह बात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शनिवार को आगर-मालवा जिले के बड़ौद में आयोजित सभा में कही। इस सभा के साथ ही उपचुनाव 2020 के लिए कांग्रेस के प्रचार अभियान का औपचारिक आरंभ हुआ। इस मौके पर विधायक जयवर्धन सिंह और प्रियव्रत सिंह भी मौजूद थे। कांग्रेस के प्रत्याशी विपिन बानखेड़े के समर्थन में आयोजित की गई सभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मेरे 45 साल की राजनीति पर कोई उंगली नहीं उठा सकता। कांग्रेस सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कमल नाथ ने कहा कि साढ़े ग्यारह महीने में मैंने कौन सा पाप, गुनाह, गलती की? मैंने कर्जा माफ किया, माफिया के खिलाफ मुहिम छेड़ी, मिलावट के खिलाफ लड़ाई लड़ी।'

कांग्रेस पार्टी को है मध्य प्रदेश की जनता की चिंता

कमलनाथ ने कहा कि मुझे जीत और हार की चिंता नहीं, मुझे प्रदेश की चिंता है, किसानों की चिंता है। उन्होंने कहा कि झूठी घोषणा की राजनीति आसान है। कमलनाथ ने आगर विधानसभा से प्रत्याक्षी विपिन वानखेड़े की खुद से तुलना की और कांग्रेस का सच्चा सेवक बताया। कमलनाथ ने जनता से अपील की है कि कांग्रेस प्रत्याशी विपिन वानखेड़े को जिताएं। उन्होने कहा कि अगर विपिन आगर विधानसभा से नहीं होते तो वे उन्हे छिंदवाडा ले जाते और वहां से चुनाव लड़वाते।

गौरतलब है कि विपिन वानखेडे मध्यप्रदेश एनएसयूआई के अध्यक्ष हैं। वे 2018 विधानसभा में भी आगर विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी थे। लेकिन वे बीजेपी प्रत्याशी मनोहर ऊंटवाल से हार गए थे। यह सीट बीजेपी विधायक मनोहर ऊंटवाल के निधन के बाद खाली हुई है। उपचुनाव के नजदीक आते ही मध्यप्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। बीजेपी और कांग्रेस नेता चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं।