भोपाल। प्रदेश में कोरोना महामारी से निपटने में स्वास्थ्य विभाग का अमला हर विपरित परिस्थिति में जुटा है मगर सरकार उनकी आवश्‍यकताओं की पूर्ति तक नहीं कर पा रही हैं। गांव के साथ शहरों में भी डॉक्टरों के पास भी कोरोना संक्रमण से बचने के लिए आवश्यक एन 95 जैसे मास्क और व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) नहीं हैं। स्वास्थ्यकर्मियों को तो बहुत कम साधन उपलब्ध हैं। इन साधनों के बिना अपनी जान जोखिम में डाल रहे इन सभी को जोखिम भत्‍ता देने की मांग की जा रही है मगर यह भत्‍ता व अन्‍य सुविधाएं देना तो दूर सरकार इन्‍हें वेतन तक नहीं दे पाई है।



सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. आनंद राय ने इसका खुलासा करते हुए ट्वीट किया है। उन्‍होंने लिखा है कि जोखिम भत्ता तो छोड़िए डॉक्टर्स नर्सेस को अभी तक मप्र में मार्च माह का वेतन भी नहींं मिला है।