झाबुआ। मध्य प्रदेश के झाबुआ में विश्व हिंदू परिषद के धर्मांतरण अभियान को पुलिस का समर्थन प्राप्त होने का मामला सामने आया है। झाबुआ एडिशनल एसपी द्वारा जारी एक आदेश का कॉपी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस आदेश को लेकर वरिष्ठ कांग्रेस नेता व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने पूछा है कि क्या मध्य प्रदेश पुलिस ने शासकीय कार्यों का अधिकार निजी संगठनों को दे दिया है? उन्होंने आगे कहा है कि क्या यह आदेश भारतीय संविधान के अनुकूल है?



दरअसल, झाबुआ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आनन्द सिंह वास्कले ने एक आदेश जारी कर बताया था कि VHP के साथ मिलकर पुलिस प्रशासन अवैध चर्चा गुटों और प्रार्थना घरों को हटाने का काम करेगी। मामला पिछले महीने का है। आदेश के मुताबिक 27 अगस्त को अवैध धर्मान्तरण एवं क्षेत्र में बने अवैध चर्चा प्रार्थना घर बन्द करने हेतु अभियान चलाया जाना था। 





यह अभियान कल्याणपुरा और कालीदेवी इलाके में चलाए जाने थे। प्रशासन ने बकायदा इसके लिए सभी थानों को निर्देश दिया था कि वे विश्व हिंदू परिषद से समन्वय कर अभियान में शामिल हों। इस बारे में पूछे जाने पर आनन्द सिंह वास्कले ने कहा कि प्रजातंत्र में सभी को आयोजन करने का अधिकार है। समन्वय के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमें कोई भी सूचना प्राप्त होती है तो उसे थाना प्रभारियों को फॉरवर्ड किया जाता है और पुलिस को मौजूद रहने के लिए बोला जाता है ताकि कानून व्यवस्था ठीक रहे।