खरगोन। उत्तरप्रदेश के हाथरस और बलरामपुर में गैंगरेप के बाद जहां पूरा देश आक्रोशित है वहीं अब मध्यप्रदेश के खरगोन से भी ऐसी ही खबर आई है। मामला मारुगढ़ का है जहां एक आदिवासी किशोरी के साथ तीन लोगों ने मिलकर दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है। नाबालिग से बलात्कार के इस मामले में मध्यप्रदेश पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक जिला मुख्यालय से लगभग 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित झिरन्या थाना क्षेत्र के मारुगढ़ में 16 वर्षीय किशोरी अपने भाई के साथ खेत की रखवाली कर रही थी। इस दौरान आधी रात को बाइक सवार तीन बदमाश खेत पर पानी मांगने आए और उन्हें अकेला देख भाई के साथ मारपीट किया और नाबालिग को उठा ले गए। इसके बाद उन्होंने बारी-बारी से युवती को अपने हवस का शिकार बनाया।

पीड़ित लड़की के भाई ने मीडिया से बताया है कि आधी रात को तीन लोग बाइक पर सवार होकर पानी मांगने खेत पर आए। उन्होंने बाद में शराब की मांग की जो मेरे पास नहीं होने की वजह से चले गए। इसके कुछ देर बाद वह दुबारा वापस आए और मुझे बेरहमी से पीटा। मैं वहां से जान बचाकर भागा और वे मेरी बहन को ले गए और इज्जत लूट ली। इसके बाद मैं जबतक ग्रामीणों के साथ वहां जाता तबतक वेलोग फरार हो चुके थे।

फोन करने के काफी देर बाद पहुंची पुलिस

खरगोन के इस घटना में जिला पुलिस के कार्यशैली पर भी  गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि घटना की सूचना तुरंत डायल 100 पर फोन के माध्यम से देने के बावजूद पुलिस घटनास्थल पर डेढ़ घंटे के बाद पहुंची। मामले पर बवाल बढ़ने के बाद जिला एसपी शैलेन्द्र सिंह ने घटनास्थल पर जाकर घटनाक्रम की जानकारी ली है वहीं आरोपी अबतक पुलिस के पकड़ से बाहर हैं।