राजगढ़। मध्य प्रदेश में अपराधियों के मंसूबे इतने बढ़ गए हैं कि अब वे दिनदहाड़े कोर्ट से फरार हो जा रहे हैं। ऐसा ही एक हैरान करने वाली वारदात प्रदेश के राजगढ़ जिले में हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक नाबालिग से रेप करने के आरोपी को जज ने जैसे ही उम्रकैद की सजा सुनाई, वो कोर्ट से फरार हो गया। इतना ही नहीं, बलात्कार के दोषी ने भागने से पहले जज के सामने ही अदालत में बैठे मुंशी के साथ धक्का-मुक्की भी की।

राजगढ़ थाने में दो अक्टूबर 2018 को पीड़ित किशोरी के परिजनों ने शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़िता के परिजनों ने पुलिस को बताया था कि उनको नाबालिग बेटी को बचपन मे लकवा मार गया था जिस वजह से वह मानसिक तौर पर विकलांग हो गई थी। किशोरी का पेट फूलने लगा तो पूछताछ करने पर उसने बताया कि 5-6 महीना पहले जितेंद्र ने उसके साथ बलात्कार किया था।

मामले की शिकायत मिलने पर पुलिस ने आरोपी जितेंद्र के खिलाफ आईपीसी की धारा 376  एवं पॉक्सो एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर ली थी। पुलिस ने इसके बाद पीड़ित बालिका का बयान लिया और जांच पड़ताल के दौरान सभी आरोपों को सही पाया। 

यह भी पढ़ें: बीजेपी राज में बढ़ा महिलाओं पर अत्याचार, एमपी में 318 दिन में अपहरण, रेप के 10 हज़ार से ज़्यादा मामले

मामले की सुनवाई जिला न्यायालय में हुई और विशेष न्यायाधीश ने शुक्रवार को 23 वर्षीय आरोपी जितेंद्र को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास और 10 हजार रुपए जुर्माने की सज़ा सुनाई। आजीवन कारावास की सजा सुनते ही आरोपी जितेंद्र ने आव देखा न ताव, तत्काल कोर्ट के मुंशी से साथ धक्का-मुक्की करते हुए बाहर भाग गया। इस दौरान वहां उपस्थित लोग जबतक कुछ समझ पाते आरोपी भाग चुका था। इस घटना के बाद जिला पुलिस जितेंद्र की तलाश कर में जुट गई है, लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि आखिर एक सज़ायाफ्ता शख्स कोर्ट से फरार कैसे हो गया?