भोपाल। मप्र में जिनके ऊपर कोरोना से निपटने का जिम्‍मा था वे ही अफसर संक्रमित होते जा रहे हैं। शनिवार दोपहर आई कोरोना जांच रिपोर्ट में स्‍वास्‍थ्‍य विभाग में पदस्‍थ आईएएस गिरीश शर्मा और उनके बेटे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। शर्मा कुछ समय पहले तक गुड गवर्नेंस में डायरेक्टर पद पर कार्यरत थे। हाल ही में उन्‍हें स्वास्थ्य विभाग में अटैच किया गया था। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग बल्कि गुड गवर्नेंस विभाग में भी हड़कंप मच गया है।

इसक पहले दो सीनियर आईएएस कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पल्लवी जैन गोविल और हेल्थ कॉर्पोरेशन के एमडी और आयुष्मान योजना के सीईओ जे विजय कुमार की रिपोर्ट दो बार पॉजिटिव आने के बाद प्रशासनिक ने खुद को क्वारेंटाइन भी कर लिया है। हालत को देखते हुए सरकार को अधिकारियों की बी टीम तैयार पड़ी है।

वरिष्‍ठ अधिकारियों के पॉजिटिव होते ही जब उनके अधीनस्‍थ स्‍टॉफ की जांच की गई तो अधिकांश कर्मचारी कोरोना संक्रमित निकले। जिससे स्पष्ट हो गया है कि स्वास्थ्य विभाग से ही भोपाल में कोरोना वायरस मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

स्वास्थ्य और पुलिस महकमे में संक्रमण
भोपाल में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के संक्रमित पाए जाने का कारण अफसरों को माना जा रहा है। प्रमख सचिव पल्‍लवी जैन का बेटा विदेश से आया था जबकि विजय कुमार विदेश यात्रा पर गए थे। उन्‍होंने यह जानकारी छिपाई थी। इन दोनों अफसरों के साथ विभाग की उपसंचालक डॉ. वीणा सिन्हा भी पॉजिटिव पाई गई हैं। अब तक स्वास्थ्य विभाग के 34 से अधिक कर्मचारी और 10 से ज्‍यादा पुलिसकर्मी संक्रमित हो गए हैं। फिक्र वाली बात यह है कि कोरोना संक्रमण राज्य कंट्रोल रूम के बाद जिला कोरोना कंट्रोल रूम तक पहुंच गया है। यहां पर डॉ. पल्लव कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इस वजह से बाकी कर्मचारियों को क्वारैंटाइन किया गया है और कंट्रोल रूम को फुल सैनिटाइज किया गया।