भोपाल। बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर आज कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियां हुंकार भरने की तैयारी कर रही हैं। बीजेपी जहां एक तरफ भोपाल में प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम पर पूरी सत्ता को झोंक रही है तो वहीं भोपाल से 300 किलोमीटर दूर जबलपुर में प्रदेश के दो पूर्व मुख्यमंत्री बिरसा मुंडा के कार्यक्रम में अपनी जोर आज़माइश कर रहे हैं। जबलपुर में कांग्रेस पार्टी अपने सभी आदिवासी विधायकों के साथ बड़ा आदिवासी सम्मेलन आयोजित कर रही है। जिसमें खुद पूर्व सीएम कमल नाथ और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह शिरकत कर रहे हैं। 

जबलपुर में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में प्रदेश भर से आदिवासियों को बुलाया गया है। कार्यक्रम को सफल बनाने की जिम्मेदारी कांग्रेस पार्टी ने अपने आदिवासी विधायकों को सौंपी है। वहीं भोपाल में होने प्रधानमंत्री के सम्मेलन को कांग्रेस ने महज एक दिखावा करार दिया है। 

भोपाल के जंबूरी मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनजातीय सम्मेलन को संबोधित करने वाले हैं। संभावना जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री मोदी इस सम्मेलन के दौरान आदिवासियों के लिए बड़ी घोषणाएं कर सकते हैं। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रदेश बाद से सरकारी खर्चे पर आदिवासियों को बुलाया गया है। इसके लिए आदिवासी उपयोजना से लगभग तेरह करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। 

कुल मिलाकर आज के दिन दोनों ही पार्टियां आदिवासी समुदाय के बीच अपना शक्ति प्रदर्शन करेंगे। प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 47 सीटें आदिवासियों के लिए आरक्षित हैं। जिसमें 29 सीटें अकेले कांग्रेस के पास हैं। जबकि बीजेपी के महज़ 17 सीटें हैं।