इंदौर। हाल ही में सबसे स्वच्छ शहर का तमगा हासिल करने वाले इंदौर की कलई खुल गई है। दो दिन से जारी लगातार बारिश से नगर निगम की पोल खोल कर रखी दी है। शहर के 50 से ज्यादा कॉलोनियों में पानी भर गया है। वहीं 20 से ज्यादा निचली बस्तियों में तो कमर तक पानी भरा है। जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

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शहर की निचली बस्तियों में बारिश का पानी भर गया। जिसके बाद पुलिस-प्रशासन को सड़क पर नाव के सहारे लोगों का रेस्क्यू किया। सदर बाजार,किला मैदान रोड पर स्थित कॉलोनी सिकंदराबाद, गरीब नवाज बस्ती और भिस्ती मोहल्ले की बस्तियों में लगातार पानी बढ़ता देख तत्काल इनका रेस्क्यू किया गया। इन इलाकों से एक दर्जन से ज्यादा परिवारों को नाव और ट्यूब की मदद से बाहर निकाला गया। वहीं, गौरी नगर, जूना रिसाला क्षेत्र से 10 से ज्यादा बच्चों का रेस्क्यू किया गया। 

इंदौर के नजदीक हातोद और यशवंत सागर के पास के गावों में पानी भर गया है। वहीं खान नदी का जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे मौजूद बस्तियां भी जलमग्न हो गई। इंदौर में पिछले 24 घंटे में एक दिन में 11 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई।मौसम विभाग का कहना है कि शहर की औसत बारिश 34 इंच है। अब तक शहर में कुल 32 इंच पानी गिर चुका है। इंदौर के साथ जिले के सांवेर, महू, देपालपुर और गौतमपुरा में भी भारी बारिश हो रही है।

गौरतलब है कि बारिश का 39 साल का रिकॉर्ड टूटा है। शहर की औसत बारिश 32 इंज है जबकि शहर में 11 इंच पानी एक दिन में गिरा है। अगस्त के महीने में एक दिन में सर्वाधिक बारिश 10 अगस्त 1981 में हुई थी।