भोपाल/सागर। भोपाल और इंदौर के बाद अब सागर में भी सट्टेबाज़ों के गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। सागर पुलिस ने दो सटोरियों को गिरफ्तार किया है। दोनों गिरफ्तार सटोरिए भाई है, जिनमें एक सरकारी कर्मचारी है। पुलिस ने इनके पास 63 लाख की नकदी के अलावा पिस्तौल और कारतूस भी बरामद किए हैं। दोनों भाई आईपीएल के एक मैच के दौरान सट्टा खिलाते हुए रंगे हाथों पकड़े गए थे।  

शनिवार रात सूचना मिलते ही जब सागर पुलिस ने गौरीशंकर मंदिर के पीछे एक मकान में धावा बोला। तब दो भाई चेन्नई और बंगलौर के बीच चल रहे मैच के दौरान सट्टा खिला रहे थे। गौरव साहू और रुपेश साहू अपने मकान में सट्टे का कारोबार चला रहे थे। हैरानी भरी बात यह है कि गौरव साहू एक सरकारी कर्मचारी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गौरव गढ़ाकोटा की कृषि मंडी में कार्यरत है। 

दबिश के दौरान पुलिस ने दोनों भाइयों के पास से एक पिस्तौल, एक रिवाल्वर, 4 फोन और 63 लाख की नकदी बरामद हुई है। 63 लाख की नकदी बरामद करने के बाद पुलिस को नोटों को गिनने में घंटों लग गए। इसके बाद दोनों भाइयों की सूचना पर दो और सटोरिए पकड़े गए। हालांकि उनके पास से मामूली रकम और फोन बरामद हुए हैं। पुलिस ने चारों को अपनी हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है।   

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इससे पहले शुक्रवार रात इंदौर पुलिस ने आईपीएल मैचों के दौरान सट्टेबाज़ी करने वाले एक गिरोह को पकड़ा था। क्राइम ब्रांच ने 6 लोगों को अवैध रूप से सट्टेबाज़ी करने लिए अपनी गिरफ्त में लिया था। यहां आरोपियों ने आईपीएल मैचों के दौरान सट्टेबाज़ी करने के लिए एक फ्लैट किराए पर ले रखा था।

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 इंदौर के अलावा भोपाल पुलिस ने भी दीपक जैन नामक एक बुकी को गिरफ्तार किया है। उसके पास से भी लगभग चार लाख रुपए की लेन देन का खुलासा हुआ है। बुकी दीपक जैन ने आरके नामक एक व्यक्ति के नाम का खुलासा किया है जो आईपीएल मैचों के दौरान मुंबई और नागपुर से सट्टेबाज़ी के कारोबार पर नज़र रखता है। उसी से दीपक जैन ने आईपीएल मैचों की 5 लाख रुपए तक की लिंक ली थी और राजधानी में ऑनलाइन सट्टा का कारोबार चला रहा था।

इस तरह मध्य प्रदेश के तीन शहरों से लगभग एक दर्जन लोगों को पुलिस ने सट्टेबाज़ी में पकड़ा है।