भोपाल।

मप्र में नए मुख्‍यमंत्री के चयन के लिए भाजपा विधायकों की बैठक  शाम  6 बजे रखी गई है। माना जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्‍व ने शिवराज के नाम पर सहमति दे दी है और उन्हें ही विधायक दल का नेता चुना जाएगा। इसके बाद राज्यपाल लालजी टंडन उन्हें रात 9 बजे राजभवन में ही मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाएंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि शिवराज के साथ कुछ मंत्रियों को भी शपथ दिलवाई जा सकती है।

विधायक दल की बैठक में सभी विधायकों को अकेले पार्टी दफ्तर आने के लिए कहा गया है। पार्टी हाईकमान द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक दिल्ली से वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए विधायकों से संवाद करेंगे। उसके बाद ही नए नेता के नाम का ऐलान होगा।

2005 से 2018 तक लगातार 13 साल सीएम रह चुके शिवराज 20 मार्च को कमलनाथ के इस्तीफे के बाद सीएम के सबसे मजबूत दावेदार थे। उनके फिर सीएम बनने पर मध्यप्रदेश के इतिहास में पहला मौका होगा, जब कोई चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेगा। 

24 सीटों पर उप चुनाव पर होगी नजर
विधानसभा में 230 सीटें हैं। दो विधायकों के निधन के बाद 2 सीटें पहले से खाली हैं। सिंधिया समर्थक कांग्रेस के 22 विधायक बागी हो गए थे। इनमें 6 मंत्री भी थे। स्पीकर एनपी प्रजापति इन सभी के इस्तीफे मंजूर कर चुके हैं। इस तरह कुल 24 सीटें अब खाली हैं। इन पर 6 महीने में चुनाव होने हैं। उपचुनाव में भाजपा को बहुमत के लिए कम से कम 7 और सीटों की जरूरत होगी। ।