सीधी। जनसुनवाई में कलेक्टर के सामने एक व्यक्ति को अपनी व्यथा साझा करना भारी पड़ गया। अपने क्षेत्र में हुए भ्रष्टाचार की शिकायत करने पहुंचे ग्रामीण को सुनने के बजाय कलेक्टर ने उल्टा उसे ही जेल भिजवाने की धमकी दे डाली। इतना ही नहीं कलेक्टर ने ग्रामीण की मांग को अनसुना करने के साथ साथ जनता दरबार से धक्के मारकर बाहर निकलवा दिया।



मंगलवार को सीधे ज़िले के रामपुर गांव के रहने वाले उपेंद्र तिवारी अपने क्षेत्र में सड़क की जर्जर स्थिति और उसमें हुए भ्रष्टाचार की शिकायत लेकर कलेक्टर के जनता दरबार में पहुंचे थे। उपेंद्र तिवारी ने कलेक्टर के पास पहुंचते ही व्यथा साझा करना शुरू कर दिया। पीड़ित ने बताया कि वह इस मामले में कई बार ज्ञापन दे चुका है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसे हर बार सिर्फ कोरा आश्वासन ही हाथ लगता है। 



उपेंद्र तिवारी ने बताया कि वह इस मामले में सांसद, विधायक, जनपद सीईओ हर किसी के पास जा चुका है। इसके साथ ही उपेंद्र तिवारी ने कलेक्टर को बताया कि वह उनसे भी इस मामले में कई बार शिकायत कर चुका है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई और अब उसे और झूठे आश्वासन नहीं चाहिए। 



उपेंद्र तिवारी के इतना बोलते ही कलेक्टर ने ऊंची आवाज में बात करना शुरू कर दिया। कलेक्टर ने उपेंद्र तिवारी को जेल भिजवाने की धमकी तक दे डाली। लेकिन पीड़ित व्यक्ति ने भी निडर होकर वहां मौजूद लोगों से अपनी पीड़ा साझा की और कलेक्टर से कहा कि चाहे तो वह उसे जेल भेज दें लेकिन समस्या का निवारण हर हाल में होना चाहिए। इसके बाद कलेक्टर ने उसे धक्के मारकर बाहर निकाल दिया। 





इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने वायरल वीडियो को साझा करते हुए सीएम शिवराज पर निशाना साधा है। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने वीडियो साझा करते हुए कहा, "एक आम नागरिक ने कलेक्टर को दिखाया आईना, शिवराज सरकार में आम जनता कितनी त्रस्त है, वो इस वीडियो में दिख रहा है।शिवराज जी,अब जनता मैदान में उतर रही है।"