उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के महिदपुर स्थित कस्तूरबा गांधी कन्या छात्रावास में रविवार रात अफरा-तफरी मच गई। छात्रावास के अंदर अचानक धुआं फैलने से करीब 15 छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। आंखों में तेज जलन, खांसी और सांस लेने में दिक्कत की शिकायत के बाद सभी प्रभावित छात्राओं को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। राहत की बात यह है कि डॉक्टरों के मुताबिक सभी छात्राएं खतरे से बाहर हैं और उनकी हालत में लगातार सुधार हो रहा है।

घटना रात करीब पौने नौ बजे की बताई जा रही है। महिदपुर शहर से लगभग 60 किलोमीटर दूर स्थित इस छात्रावास में उस वक्त छात्राएं अपने कमरों में मौजूद थीं। इसी दौरान बाहर के मैदान की ओर से अचानक धुआं छात्रावास के भीतर घुस आया। खिड़कियों और खुले हिस्सों से आए इस धुएं के संपर्क में आते ही कई छात्राओं को आंखों में जलन होने लगी। जिसके बाद  खांसी शुरू हो गई और कुछ को सांस लेने में परेशानी होने लगी। स्थिति बिगड़ते देख छात्रावास कर्मचारियों ने बिना देर किए सभी को अस्पताल पहुंचाया।

अस्पताल में डॉक्टरों ने उनका तत्काल इलाज शुरू किया। चिकित्सकों के अनुसार छात्राओं को एहतियातन निगरानी में रखा गया है और किसी की स्थिति गंभीर नहीं है। घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्रीय विधायक दिनेश बोस भी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने छात्राओं से बातचीत कर पूरी स्थिति जानी और डॉक्टरों से बेहतर उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

छात्राओं ने विधायक और प्रशासनिक अधिकारियों को बताया कि घटना से कुछ देर पहले छात्रावास के बाहर दशहरा मैदान में कुछ गाड़ियां आती-जाती दिखाई दी थीं। इसके बाद अचानक धुएं या गैस जैसी किसी चीज ने खिड़कियों के रास्ते कमरों में घुस गया जिससे एक साथ कई छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई।

छात्रावास के प्राचार्य एवं प्रभारी अर्जुन सिंह दावरे के अनुसार, यह घटना रात करीब 8 बजकर 45 मिनट के आसपास हुई। प्रारंभिक जानकारी छात्राओं के बयानों पर आधारित है जिनमें बाहर मैदान में गाड़ियों की गतिविधि और उसके तुरंत बाद धुएं के फैलने की बात सामने आई है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए सूचना मिलते ही एसडीएम और एसडीओपी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने पीड़ित छात्राओं से बातचीत की और बाद में छात्रावास जाकर भी हालात का जायजा लिया। प्रशासन ने पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू कर दी है। जांच के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि धुएं के साथ कौन-सी गैस फैली थी और यह कैसे छात्रावास के अंदर तक पहुंची जिससे छात्राओं की तबीयत अचानक बिगड़ गई।