इंदौर। पीथमपुर में बेरोजगारी से तंग आकर एक युवक ने अपनी जान दे दी। मरने से पहले उसने वीडियो और सुसाइड नोट में साफ तौर पर कहा है कि वह रोजगार नहीं मिलने से परेशान है और तंग आकर खुदकुशी कर रहा है। जिसे लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर प्रदेश में बेरोजगारी की मुद्दा उठाया है। कांग्रेस ने इसे मध्यप्रदेश के माथे पर बेरोजगारी का कलंक करार दिया है। साथ ही इस बेरोजगार युवक की मौत का दोषी मुख्यमंत्री शिवराज को बताया है।



 





दरअसल बीती 10 जुलाई को राजगढ़ के शेहदखेडी निवासी 22 वर्षीय कुंदन राजपूत ने फांसी लगाकर जान दे दी थी। सुसाइड से पहले युवक ने एक वीडियो बनाया जो की अब वायरल हो रहा है।  युवक ने उसमें साफ तौर पर कहा है कि वह बेरोजगारी से तंग आकर मौत को गले लगा रहा है। उसने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और सेना प्रमुख को संबोधित करते हुए लिखा है कि वह सेना में भर्ती होना चाहता था, लेकिन पिछले दो साल से कोई भर्ती नहीं निकली है, जिसकी वजह से वह ओवर एज हो गया है। बेरोजगारी से तंग आकर वह आत्महत्या कर रहा है। मुख्यमंत्री से अपील भी करता नजर आ रहा है, उसने मरने से पहले कहा है कि मुख्यमंत्री जी बेरोजगारों को रोजगार दीजिए स्कूल कॉलेज खोलिए, नहीं तो मेरी ही तरह औऱ युवा भी बेमौत मारे जाएंगे।





कुंदन उज्जैन के गणराज डिप्रेन्स रहकर दो साल से सेना में भर्ती होने के लिए कोचिंग कर रहा था। कोरोना महामारी की वजह से पिछले दो साल से सेना भर्ती नहीं निकली, जिससे वह दुखी था। मरने से पांच दिन पहले ही वह पीथमपुर की एक फैक्ट्री में नौकरी के लिए आया था। मनपंसद काम नहीं मिलने से वह डिप्रेशन में आ गया था। अब वीडियो के सामने आने के बाद कांग्रेस ने युवक की मौत का दोषी सरकार को बताया है, प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ती जा रही है।



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युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। भर्ती परीक्षा होने के बाद भी कई सालों तक लोगों को पोस्टिंग नहीं मिल रही है, जिसे लेकर युवाओं में तनाव और डिप्रेशन की स्थिति बनने लगी है, और वे काल के गाल में समाते जा रहे हैं।