मालवा क्षेत्र से हर बार मंत्री बनने की दावेदार रही उषा ठा‍कुर को इस बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पहले मंत्रिमंडल में जगह मिली है। उषा बीजेपी में हिंदुत्‍व की राजनीति का झंडा बुलंद करती हैं। इंदौर में सौ से अधिक भजन मंडलियों के साथ जुड़ीं उषा ठाकुर सुंदरकांड के नियमित आयोजन करती हैं। इन्‍होंने ही मुस्लिम युवाओं को गरबे से दूर रखने का फरमान सुनाया था।

ठाकुर ने 1989 में सामाजिक कार्यक्रमों में सक्रिय होना शुरू किया और संघ की इंदौर शाखा में बौद्धिक प्रमुख बनीं। बीजेपी में वे उपाध्यक्ष और सांस्कृतिक प्रकोष्ठ की प्रभारी रह चुकी हैं।
2003 में ठाकुर इंदौर-1 क्षेत्र से और 2013 में दूसरी बार इंदौर-3 सीट से विधानसभा के लिए निर्वाचित हुईं। इसके बाद 2018 विधानसभा में इन्‍हें पार्टी की अंदरूनी राजनीति के चलते इंदौर से टिकट न देकर महू से चुनाव लड़वाया गया।

उषा ठाकुर हमेशा कटार लेकर चलती हैं। यह कटार उन्‍हें करीब बीस साल पहले शहीद भगत सिंह के परिवार ने उपहार में दी थी। वे विधानसभा सत्र के दौरान भी कटार लेकर ही जाती हैं।