भोपाल। उपचुनाव को लेकर हुई कैबिनेट मंत्रियों की बैठक में खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया का अपने साथी मंत्री के साथ विवाद हो गया। यशोधरा राजे सिंधिया और अरविंद भदौरिया में जमकर तू-तू मैं-मैं हुई। माहौल इतना बिगड़ गया कि यशोधरा राजे सिंधिया कैबिनेट कक्ष से ही बाहर चली गईं। बाद में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को बीच बचाव करने के लिए आना पड़ा। 

दरअसल मंगलवार को राज्य में होने वाले तीन विधानसभा और एक लोकसभा उपचुनाव को लेकर बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर, वन मंत्री विजय शाह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया शामिल थे। 

कैसे हुआ विवाद

वन मंत्री विजय शाह ने कुर्सी पर बैठते समय अजीब तरह से अपना कुर्ता झटकारा, जिस वजह से उनका पहनावा अजीब हो गया। विजय शाह से ठीक पीछे खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया और उषा ठाकुर मौजूद थीं। विजय शाह के कुर्ता झटकारते ही खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि यह क्या तरीका है शाह जी, पीछे महिलाएं भी बैठी हैं, उषा ठाकुर जी भी बैठी हैं। यशोधरा के इतना कहने पर विजय शाह को अपनी गलती का अहसास हुआ। 

लेकिन वहां मौजूद सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया इस बातचीत के बीच में कूद गए। भदौरिया ने यशोधरा पर तंज कसने के इरादे से विजय शाह को कहा, शाह जी ये क्या करते हो? देखा करो, वो महाराजा हैं, आप राजा हो? भदौरिया का ऐसा बोलना यशोधरा को रास नहीं आया। यशोधरा ने तुरंत जवाब देते हुए कहा कि आपको क्या बीच में बोलने की आदत है, उस दिन रेत के मसले पर भी बीच में बोल रहे थे। 

इसके बाद अरविंद भदौरिया ने कहा कि आप मुझे बोलने से रोक नहीं सकती, सीएम तो आप हैं नहीं, मैं तो अपनी बात रखूंगा। इतना सुनने के बाद यशोधरा बिफर गईं और बात तू तड़क पर आ गई। यशोधरा ने कहा कि ठाकुर मुझे आखें मत दिखाओ, तुम मुझसे बदतमीजी कर रहे हो। इस पर अरविंद भदौरिया ने कहा कि मैं सिर्फ अपनी बात कह रहा हूं, जो कि मेरा हक है। कक्ष का माहौल खराब होते देख विश्वास सारंग से शांति बनाए रखने की अपील की। यशोधरा कैबिनेट कक्ष से उठकर चली गईं और थोड़ी देर बाद लौटीं। जिस समय यह विवाद हो रहा था उस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वहां मौजूद नहीं थे। 

हालांकि इससे पहले भी शिवराज सरकार के मंत्री आपस में उलझ चुके हैं। खास बात यह कि हर मर्तबा मुख्य किरदार में यशोधरा राजे सिंधिया ही होती हैं। उन्हीं का हर बार शिवराज सरकार के किसी मंत्री से झगड़ा होता है। इससे पहले प्रद्युम्न सिंह तोमर यशोधरा राजे सिंधिया के बीच विवाद हो चुका है।