Coronavirus महामारी से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने 31 मई तक lockdown बढ़ा दिया है। इस बंद में भी अत्‍यावश्‍यक कार्य से आवाजाही के लिए ई-पास बनाए जा रहे हैं। मगर ई-पास बनाने की गति बहुत कम है। ई-पास के लिए बनाई गई वेबसाइट के मुताबिक अब तक ई-पास के लिए लगभग 33 लाख से ज़्यादा आवेदन आए हैं, जिसमें 11 लाख़ से ज़्यादा आवेदनों को ज़रूरी दस्तावेजों में खामियों के चलते अस्वीकृत किया गया है। वहीं अब तक 11 लाख़ आवेदनों को स्वीकृत कर पास भी जारी कर दिए गए हैं। अभी लगभग दस लाख आवेदन प्रक्रियाधीन हैं। इस बीच 31 मई तक लॉकडाउन 4.0 करने के बाद सरकार ने ई-पास के लिए एक वेबसाइट भी लॉन्च की है। ई-पास नेशनल इंफॉर्मेशन सेंटर (एनआईसी) द्वारा जारी किया जाएगा।

कहां कर सकते हैं आवेदन

ई - पास के लिए इस लिंक (http://serviceonline.gov.in/epass/ ) के ज़रिए आवेदन किया जा सकता है। वेब पेज एनआईसी द्वारा ही डेवलप किया गया है।

कौन कर सकता है आवेदन?

ई - पास के लिए एक विशेष कैटेगरी बनाई गई है जिसके चलते कुछ खास वर्ग के लोग ही ई - पास पाने के लिए आवेदन कर सकते हैं। छात्र, सर्विस प्रोवाइडर, टूरिस्टों समेत तीर्थयात्री ही आपातकालीन या चिकित्सा यात्रा हेतु आवेदन कर सकते हैं।

17 राज्यों में के लोग कर सकते हैं आवेदन

वेबसाइट के अनुसार अभी आंध्र प्रदेश , अरुणाचल प्रदेश , असम , बिहार , हरियाणा , हिमाचल , जम्मू - कश्मीर , कर्नाटक , केरल , लद्दाख , लक्षद्वीप , महाराष्ट्र , मेघालय ,नागालैंड , ओडिशा , पुडुचेरी , सिक्किम और उत्तर प्रदेश में विभिन्न वर्ग में आने वाले ही आवेदन कर सकते हैं। साथ ही आवेदनकर्ता ई - पास के लिए दिए गए अपने आवेदनों को ट्रैक भी कर सकते हैं।