नई दिल्ली/चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी ने पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को एक चिट्ठी लिखकर बड़ी अनोखी मांग रखी है। पार्टी के नेता राघव चड्ढा की लिखी इस चिट्ठी में मांग की गई है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को चाहिए कि वे किसानों की रक्षा के लिए दिल्ली की सीमाओं पर पंजाब पुलिस को तैनात करें।

बहरहाल, राघव चड्डा ने अमरिंदर सिंह के नाम अपने पत्र में लिखा है कि मैं आपको आपातकालीन स्थिति में पत्र लिख रहा हूं। आप इस बात से भली भांति परिचित हैं कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ हमारे किसान भाई और बहनें पिछले दो महीनों से दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं। लेकिन आपने किसानों की दुर्दशा को लेकर अब तक अपनी आंखों पर पट्टी बांध रखी है। 

चड्ढा ने आगे लिखा है कि यह बहुत आश्चर्यजनक बात है कि हमें इस बात को आपके संज्ञान में लाना पड़ रहा है कि किसान बीजेपी के गुंडों द्वारा हिंसा के शिकार बन रहे हैं और आगे भी शिकार होने की आशंका हैं। राघव चड्ढा ने कहा कि आम आदमी पार्टी आपसे यह मांग करती है कि आप आंदोलनरत किसानों की सुरक्षा में पंजाब पुलिस को दिल्ली की सीमाओं पर तैनात करें, ताकि आंदोलनरत किसान शांतिपूर्वक अपना प्रदर्शन कर सकें। बीजेपी के गुंडों द्वारा सुनियोजित ढंग से हिंसा को रोकने और किसानों की रक्षा करने के लिए यह बेहद ज़रूरी है। राघव चड्ढा ने कहा है कि चूंकि आप पंजाब के मुख्यमंत्री हैं इसलिए अपने राज्य के लोगों के प्रति आपकी ज़िम्मेदारी होनी चाहिए। लिहाज़ा आप आम आदमी पार्टी की इस मांग को प्राथमिकता से संज्ञान में लीजिए।

पहली नज़र में किसी को लग सकता है कि आम आदमी पार्टी की यह मांग किसानों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए की गई है। लेकिन असल में यह मांग बेहद हैरान करने वाली है। सवाल यह है कि किसी एक राज्य की पुलिस को इकतरफा ढंग से दूसरे राज्य में तैनात कैसे किया जा सकता है? क्या आम आदमी पार्टी की यह मांग दो राज्यों के बीच एक बिलकुल नए ढंग का टकराव पैदा करने वाली नहीं है? 

सवाल यह भी है कि किसान जिस भी राज्य में हों, क्या उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी वहां की पुलिस औऱ राज्य सरकार की नहीं है? अगर दिल्ली, यूपी या हरियाणा की पुलिस अपनी यह भूमिका ठीक ढंग से नहीं निभा रही, तो इसके लिए उस पुलिस पर सवाल उठाने होंगे, उन्हें नियंत्रित करने वाली सरकार को कटघरे में खड़ा करना होगा। लेकिन ऐसा करने की बजाय आम आदमी पार्टी उस राज्य की सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है, जिसका दिल्ली की सीमाओं से सटे इलाकों पर कोई नियंत्रण नहीं है।