हरिद्वार। कोरोना वायरस के नए वेरिएंट Omicron ने दुनियाभर की चिंता बढ़ा दी है। सभी टॉप साइंटिस्ट इसके खतरे और फैलाव को लेकर स्टडी करने में जुटे हैं, वहीं पतंजलि के संस्थापक रामदेव वायरस की औकात नापने में लगे हैं। रामदेव ने कहा है कि हमने कोरोना को पहले भी कूटा है और इसबार भी उसकी खूब कुटाई करेंगे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक पतंजलि विश्वविद्यालय के नवनिर्मित परिसर के उद्घाटन एवं प्रथम दीक्षांत समारोह की पूर्वसंध्या पर पत्रकारों ने जब रामदेव से Omicron की खतरों को लेकर सवाल पूछा तो वे उटपटांग बातें करने लगे। रामदेव ने कहा कि, 'कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। हमने पहले भी उसकी खूब कुटाई की है और फिर कुटाई करेंगे। कोरोना की औकात ही क्या है? वो इतना छोटा है कि दिखता भी नहीं। चींटी हाथी, बिल्ली और पक्षियों को तो कोरोना नहीं होता। आदमी इतना शक्तिशाली होकर कोरोना से मर जाता है?'
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रामदेव ने यहां एक बार फिर कहा कि आयुर्वेद में कोरोना से निपटने की ताकत है। उन्होंने कहा कि सूर्य नमस्कार करें और गिलोय, तुलसी का सेवन करें। बता दें कि पिछले हफ्ते ही रामदेव ने कहा था कि कोरोना वैक्सीन खतरनाक है और इसके गंभीर साइड इफेक्ट्स हैं। उन्होंने कहा था कि अब सौ करोड़ टीका लग चुके हैं इसलिए इसपर खुलकर बोलेंगे। बता दें कि कोरोना वैक्सीन और ऐलोपैथी को लेकर रामदेव पहले भी जहर उगल चुके हैं और देशभर में उनकी फजीहत भी हुई है।
बहरहाल, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो नए स्ट्रेन से सतर्क रहने की जरूरत है। WHO की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन खुद इसके लिए भारत को विशेष चेतावनी दे चुकीं हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि Omicron से लड़ने के लिए विज्ञान आधारित रणनीति की आवश्यकता है। हालांकि, यह कितना घातक है, इस बारे में पक्के तौर पर फिलहाल कुछ नहीं कहा जा सकता। स्वामीनाथन के मुताबिक इस वेरिएंट की विशेषताओं को पता करने के लिए हमें और अधिक स्टडी करने की जरूरत है।