पटना। बिहार चुनाव के ठीक पहले जेडीयू ने एक बड़ा कदम उठाते हुए पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में 15 नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इन नेताओं में मौजूदा विधायक समेत, पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री भी शामिल हैं। निकाले गए नेताओं में ददन सिंह यादव, रामेश्वर पासवान, कंचन कुमारी गुप्ता और रणविजय सिंह का नाम शामिल है।

इससे पहले बीजेपी ने भी अपने उन नौ नेताओं को बाहर निकाल दिया, जिन्होंने एलजेपी की टिकट पर नामांकन भरा। इन नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए 6 साल के लिए निष्काषित कर दिया गया है। इन नेताओं में राजेंद्र सिंह, ऊषा विद्यार्थी, रामेश्वर चौरसिया, मृणाल शेखर, रवींद्र यादव, श्वेता सिंह, इंदु कश्यप, अनिल कुमार और अजय प्रताप शामिल हैं। 

इससे पहले चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी ने 4 अक्टूबर को एनडीए के घटक दल जेडीयू से नाता तोड़ लिया था। पार्टी ने कहा था कि यह कदम वैचारिक मतभेदों के चलते उठाया गया है। हालांकि, पार्टी ने यह भी कहा था कि वह बीजेपी के साथ गठबंधन में रहकर नीतीश कुमार के साथ संघर्ष करेगी।

और पढ़ेंBihar Elections: जेपी नड्डा का दावा, नीतीश कुमार के नेतृत्व में फिर बनाएंगे सरकार

बिहार विधानसभा में 243 सीटों में से अनुसूचित जाति के लिए 38 और अनुसूचित जनजाति के लिए 2 सीट आरक्षित हैं। बिहार में विधानसभा चुनाव 28 अक्टूबर से 7 नवंबर तक तीन चरणों में होंगे। मतगणना 10 नवंबर को होगी। कोरोना वायरस खतरे के बीच यह देश में पहला चुनाव होगा। चुनाव आयोग ने भी मतदाताओं के लिए कई सख्त नियम बनाए हैं।