नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त निर्मला सीतारमण के एक्ट ऑफ गॉड वाले बयान को लेकर उनकी लगातार आलोचना हो रही है। विपक्षी दलों के बाद अब बीजेपी के नेता भी इस बात को लेकर उनपर तंज कस रहे हैं। बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने वित्त मंत्री पर तंज कसते हुए पूछा है कि क्या पांच साल में जीडीपी दर 8 से 3 प्रतिशत तक आना भी दैवीय आपदा है? वहीं सीपीआई नेता सीताराम येचुरी ने कहा है कि सरकार ने अपनी नाकाम नीतियों से अर्थव्यवस्था को बर्बाद किया है और अब इसके लिए भगवान को कोसा जा रहा है। 



बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने मामले पर ट्वीट कर कहा, 'मुझे जानकारी मिली है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक मीटिंग में कहा की कोविड-19 ईश्वर की देन है। मैं जल्द ही एक वीडियो पोस्ट करूंगा। क्या जीडीपी में वार्षिक वृद्धि दर में वित्त वर्ष 2015 में 8 फीसदी से (2020 की पहली तिमाही) 3.1% गिरावट कोविड-19 से पहले भी एक्ट ऑफ गॉड है?





मामले पर कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ने भी केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है। सीपीआई का दावा है कि केंद्र सरकार का उद्योगपतियों से मिलीभगत, नाकाम नीतियों और कठोर रवैए से देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करके भगवान को कोस रही हैं।



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सीपीआई के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा, 'केंद्र सरकार कर्ज लेकर राज्यों को चुकाए। राज्य सरकारें कर्ज क्यों ले? क्या इसे ही संघवाद कहते हैं? भारतीय अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने के बाद अब राज्यों को लूटा जा रहा है। दैवीय कारण बताकर?





बता दें कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार (27 अगस्त) को जीएसटी परिषद की 41वीं बैठक के बाद पत्रकारों से कहा था कि अर्थव्यवस्था कोविड-19 महामारी से प्रभावित हुई है। यह एक दैवीय घटना (एक्ट ऑफ गॉड) है और इससे चालू वित्त वर्ष में इसमें संकुचन आएगा। वित्त मंत्री के इस बयान के बाद तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोग उनकी आलोचना कर रहे हैं वहीं ट्रॉल्स ने सभी प्लेटफॉर्म्स को मीम्स से पाट दिया है।