नई दिल्‍ली। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा गुरुवार को राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में कहा कि किसी भी नेता को भड़काऊ बयान नहीं देना चाहिए। नड्डा ने पार्टी के नेताओं से कहा है कि वो कोरोना महामारी को सांप्रदायिक रंग न दें। नड्डा का ये बयान उस वक्त आया है, जब देश भर में तबलीगी जमात से जुड़े करीब 500 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं और भाजपा से जुड़े नेताओं ने ही उनके खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्‍पणियां की हैं।



अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक उन्होंने लोगों से अनुरोध किया है कि वो कोई ऐसा बयान न दें, जिससे समाज में विभाजन की आशंका बढ़े। उन्होंने कहा कि इस वक्त हर किसी को प्रधानमंत्री के कदमों का समर्थन करना चाहिए। इसके अलावा हर किसी को राज्य सरकार का भी समर्थन करना चाहिए चाहे सत्ता में कोई भी हो।



गौरतलब है कि निजामुद्दीन मरकज का मुद्दा आने के बाद सोशल मीडिया पर कई हैश टैग ट्रेंड होने लगे थे, जिसमें कोरोना जिहाद और मरकज का षड्यंत्र जैसी बात लोग लिख रहे थे। इसके अलावा बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी कोरोना को एक खास धर्म से जोड़ा था। इसके अलावा और भी कई नेताओं ने बयान दिया था।