जम्मू-कश्मीर के रामबन में एक बड़ा हादसा टला है। यहां 2 जुलाई को अमरनाथ यात्रा से लौट रहे श्रद्धालुओं से भरी एक बस का ब्रेक फेल हो गया। जब ड्राइवर ने बस में बैठे लोगों को ब्रेक फेल होने की जानकारी दी तो कम से कम 10 लोग चलती बस से कूद गए। हादसे का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें सेना के जवान और पुलिस वाले बस को रोकते दिख रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बस में कुल 45 यात्री सवार थे। ये सभी अमरनाथ यात्रा के बाद पंजाब के होशियारपुर लौट रहे थे। रामबन जिले के नचलाना पहुंचने पर ब्रेक फेल होने के कारण ड्राइवर बस को रोक नहीं पा रहा था। इसी दौरान कम से कम 10 लोग (6 पुरुष, 3 महिलाएं और एक बच्चा) हादसे से बचने के लिए बस से कूद गए।
बस से कूदते लोगों पर सेना के जवानों की नजर पड़ी तो वे बचाने के लिए आगे आए। सेना और पुलिस की मदद से बस को धीरे किया गया। फिर, टायरों के नीचे पत्थर रखकर बस को नदी में गिरने से रोक लिया गया। इस तरीके से एक बड़े हादसे को टाला गया। भारतीय सेना ने एक बयान भी जारी कर बताया कि बस रोके जाने के बाद सेना की क्विक रिएक्शन टीम एंबुलेंस के साथ घटनास्थल पर पहुंची। सभी घायलों का नचलाना के एक स्थानीय अस्पताल में इलाज किया गया।
बता दें कि 52 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू हुई है। ये यात्रा 19 अगस्त को खत्म होगी। अमरनाथ गुफा समुद्र तल से 3880 मीटर की ऊंचाई पर है। गुफा तक पहुंचने के लिए दो रास्तें हैं - एक बालटाल की ओर से और दूसरी पहलगाम के चंदनबाड़ी से। पहलगाम वाला रास्ता 48 किलोमीटर लंबा है। ये आसान माना जाता है। वहीं, बालटाल का रास्ता 14 किलोमीटर लंबा है लेकिन कठिन माना जाता है।