बुलंदशहर। ठाकुर जूता बेचनेवाले नासिर की गिरफ्तारी और उसके खिलाफ 153A की धारा में केस दर्ज करने के आरोपों का यूपी पुलिस ने खंडन किया है। बुलंदशहर पुलिस ने हमसमवेत को ट्वीट कर जवाब दिया है कि मारपीट के बाद नासिर नामक जूता विक्रेता को पूछताछ के लिए थाना ले जाया गया था, लेकिन उसपर जातिगत अपमान का केस दर्ज करने के लिए पर्याप्त साक्ष्य नहीं हैं। इसलिए नासिर को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है। पुलिस ने इससे पहले भी ट्वीट किया था कि हंगामे में वक्त उसे जो सुसंगत लगा उन्होंने वो कार्रवाई की। पुलिस ने अपनी सफाई में यह कहीं नहीं बताया कि उसने हंगामा करनेवाले शख्स के खिलाफ क्या कार्रवाई की।






दरअसल सोशल मीडिया पर कल से एक वीडियो वायरल हो रहा था जिसमें विशाल चौहान नाम के खरीददार ने आकर फुटपाथ पर जूता बेचनेवाले नासिर से लड़ाई की थी, यह भी कहा था कि वो ठाकुर जूता क्यों बेच रहा है, इसे हटा क्यों नहीं देता.. इससे उसकी दुकानदारी बंद हो सकती है।