CBSE ने 10वीं और 12वीं बोर्ड की बाकी परीक्षाओं की डेट शीट (cbse new date sheet) की घोषणा कर दी है. 12 वीं की परीक्षा एक से 15 जुलाई के बीच होगी. वहीं उत्तर पूर्वी दिल्ली में भी एक से 15 जुलाई के बीच दसवीं की परीक्षा होगी.
सीबीएसई ने कहा कि कुल 41 बचे हुए विषयों में से 29 की ही परीक्षा ली जाएगी. ये विषय वो होंगे जिनकी जरूरत उच्च शिक्षा में एडमिशन के लिए पड़ती है.
सीबीएसई ने बताया कि 12वीं की परीक्षा एक से 15 जुलाई के बीच होगी.
1 जुलाई को home science का पेपर होगा
2 जुलाई को हिंदी का पेपर.
3 जुलाई को physics का पेपर और
4 जुलाई को accountancy का exam होगा. वहीं
6 जुलाई को केमिस्ट्री और
7 जुलाई को कंप्यूटर का पेपर होगा
8 जुलाई को अंग्रेजी का पेपर होगा.
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने 12वीं की परीक्षा के संबंध में tweet करते हुे लिखा है- “प्रिय विद्यार्थियों, आप सभी से 12वीं की बची हुई परीक्षाओं की date sheet साझा कर रहा हूं. मैं आप सबको शुभकामनाएं देता हूं.”
उत्तर पूर्वी दिल्ली में होने वालीं दसवीं की परीक्षाओं में पहला पेपर एक जुलाई को सोशल साइंस का होगा. दो जुलाई को साइंस थ्योरी और साइंस बिना प्रैक्टिकल के होगा. तीसरा पेपर दस जुलाई को हिंदी कोर्स ए और बी का होगा. चौथा पेपर 15 जुलाई को इंग्लिश कम्यूनिकेटिव और इंग्लिश लैंग्वेज और लिट का होगा.
वहीं 9 जुलाई को बिजनेस, 10 जुलाई को बायोटेक्नॉलजी, 11 जुलाई को ज्योग्राफी, 13 जुलाई को सोशियोलॉजी और 14 जुलाई को पॉलिटिकल साइंस जो सिर्फ नार्थ ईस्ट दिल्ली के लिए होगा. बाकी पेपर पूरे देश के लिए हैं. अंतिम पेपर 15 जुलाई को होगा जिसमें मैथ्स, इकोनॉमिक्स, हिस्ट्री और बयोलॉजी शामिल हैं. ये सभी नार्थ ईस्ट के लिए हैं.
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने ट्वीट किया, “प्रिय विद्यार्थियों, आप सभी से 10वीं की बची हुई परीक्षाओं की डेट शीट साझा कर रहा हूं. ये परीक्षाएं केवल उत्तर पूर्वी दिल्ली के विद्यार्थियों के लिए होंगी.”
असल में उत्तर पूर्वी में हुए दंगों की वजह से परीक्षा स्थगित कर दी गई थी. बोर्ड ने यह भी कहा कि रिजल्ट के संबंध में अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
इसके साथ ही बोर्ड ने कुछ हिदायतें भी दी हैं. बोर्ड ने कहा कि विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र पर मास्क पहनकर आना होगा और अपना हैंड सैनेटाइजर लाना होगा. बोर्ड ने यह भी कहा कि परिजनों को सुनिश्चित करना होगा कि उनका बच्चा बीमार ना हो और शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना होगा.