नई दिल्ली। केंद्र सरकार के विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 15 दिनों से चल रहे किसानों के प्रदर्शन में अब मोदी सरकार को अंतरराष्ट्रीय साज़िश नज़र आने लगी है। मोदी सरकार के मंत्री राव साहब दानवे ने कहा है कि इस प्रदर्शन के पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है। उन्होंने दावा किया कि भारत के ये दोनों पड़ोसी देश भारत के किसानों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। 

केंद्रीय मंत्री दानवे ने ये सारी बातें बुधवार को महाराष्ट्र के जालना जिले में एक स्वास्थ्य केंद्र के उद्घाटन के दौरान कहीं। उन्होंने कहा, 'जो आंदोलन चल रहा है वह किसानों का नहीं है। इसके पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है। इस देश में मुसलमानों को पहले उकसाया गया था। क्या कहा गया था उन्हें? NRC आ रहा है, CAA आ रहा है और मुसलमानों को छह महीने में इस देश को छोड़ना पड़ेगा। क्या एक भी मुसलमान गया? वे प्रयास सफल नहीं हुए तो अब किसानों को बताया जा रहा है कि उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ेगा। यह अंतराष्ट्रीय साजिश है।'

हालांकि मोदी सरकार के मंत्री ने यह नहीं बताया कि उन्होंने किसानों के आंदोलन में चीन और पाकिस्तान का हाथ होने का दावा किस आधार पर किया है। केंद्र सरकार के एक मंत्री के तौर पर अगर वे ऐसे आरोप लगाते हैं तो उसका कोई ठोस आधार होना चाहिए और उन्हें जनता के बीच अपने आरोपों के समर्थन में सबूत भी पेश करने चाहिए। और अगर कोई सबूत नहीं हैं तो ऐसे मन-गढ़ंत आरोप लगाने से दूर रहना चाहिए।

सवाल यह भी है कि अगर कृषि कानूनों के खिलाफ हो रहा प्रदर्शन किसानों का नहीं है, बल्कि चीन-पाकिस्तान के इशारे पर हो रहा है, तो केंद्र सरकार उनके प्रतिनिधियों से वार्ता क्यों कर रही है? बहरहाल दानवे के इस हैरान करने वाले दावे पर चुटकी लेते हुए शिवसेना प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने कहा कि महाराष्ट्र में सत्ता गंवाने की वजह से बीजेपी के नेता अपना होश खो बैठे हैं, इसलिए उन्‍हें पता ही नहीं चल रहा कि वो क्‍या बोल रहे हैं।