नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सावरकर और गांधी जी को लेकर दिए गए बयान की आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग इसे तथ्यात्मक रूप से गलत बता रहे हैं। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भी राजनाथ सिंह के बयान पर सवाल खड़ा किया है। भूपेश बघेल ने पूछा है कि सावरकार ने आखिर जेल में बंद रहते हुए माहत्मा गांधी से कैसे बात कर ली? 

सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि उस दौरान महात्मा गांधी कहां थे? और सावरकर कहां थे? दोनों की एक दूसरे से बता कैसे हुई थी? सीएम बघेल ने कहा कि सावरकर ने जेल में कैद रहते हुए ब्रिटिश हुकूमत को दया याचिका दी थी। भूपेश बघेल ने कहा कि जेल से छूटकर आने के बाद सावरकर ने ही द्विराष्ट्र का सिद्धांत दिया था। 

दरअसल मंगलवार को राजनाथ सिंह ने एक किताब विमोचन कार्यक्रम के दौरान अपने बयान में यह दावा किया कि विनायक दामोदर सावरकर ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के कहने पर रिहाई के लिए दया याचिका दी थी। राजनाथ सिंह ने कहा कि सावरकर ने आजादी के आंदोलन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था। लेकिन विपरीत विचारधारा के लोगों ने सावरकर को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। 

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अपने इस बयान को लेकर राजनाथ सिंह सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग राजनाथ सिंह के बयान को तथ्यात्मक तौर पर गलत करार देते हुए कह रहे हैं कि गांधी जी के दक्षिण अफ्रीका से भारत आने तक सावरकर ने तीन बार अंग्रेजी हुकूमत से मांगी थी। इसलिए ऐसा कहना कि सावरकर ने गांधी जी के कहने पर दया याचिका दी थी, सरासर झूठ है।