लखनऊ/आगरा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदतन आगरा मुगल संग्रहालय का नाम बदलने का विवादास्पद निर्णय किया है। योगी आदित्यनाथ ने यह ऐलान करते हुए कहा है कि ताजमहल के पूर्वी गेट पर बन रहा आगरा मुगल संग्रहालय अब छत्रपति शिवाजी संग्रहालय के नाम से जाना जाएगा। योगी आदित्यनाथ ने संग्रहालय के पूर्व नाम को गुलामी का प्रतीक बताया है।



योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्विटर हैंडल पर सोमवार रात यह जानकारी देते हुए ट्वीट किया कि 'आगरा में निर्माणाधीन म्यूजियम को छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम से जाना जाएगा।आपके नए उत्तर प्रदेश में गुलामी की मानसिकता के प्रतीक चिन्हों का कोई स्थान नहीं।हम सबके नायक शिवाजी महाराज हैं।'





अखिलेश यादव सरकार ने 2015 में इस परियोजना को स्वीकृति दी थी। यह संग्रहालय ताजमहल के पास छह एकड़ ज़मीन पर बन रहा है। संग्रहालय 150 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया जा रहा है।





संग्रहालय को मुगल संस्कृति, कलाकृतियों, चित्रों, भोजन, वेशभूषा, मुगल युग-हथियार और गोला-बारूद और प्रदर्शन कला पर केंद्रित किया गया था क्योंकि मुगल शासकों ने आगरा और दिल्ली में ताजमहल और लाल किले सहित कई स्मारकों का निर्माण करवाया था। अब नाम बदलने के साथ ही संग्रहालय की थीम बदल जाएगी। योगी सरकार ने म्यूजियम में मराठा साम्राज्य के कालखंड की तमाम चीजों का प्रदर्शित करने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।