नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के ठीक दो दिन पहले महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुष्मिता देव के इस्तीफे की अटकलें कोरी अफवाह हैं। यह जानकारी कांग्रेस ने बयान जारी करके दी है। बयान में कहा गया है कि ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुष्मिता देव हमारी सम्मानित नेता हैं और वे पूरी तरह पार्टी के साथ हैं। 

दरअसल, आज सुबह मीडिया और सोशल मीडिया में ऐसी अटकलें बड़ी तेजी से फैलीं कि महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है। असम विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आई इस खबर ने राज्य की राजनीति में हलचल पैदा कर दी। हालांकि असम कांग्रेस ने तत्काल इन सभी खबरों का खंडन करते हुए स्पष्ट किया कि सुष्मिता ने इस्तीफा नहीं दिया है।

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असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग ने बयान जारी कर कहा 'हम यह साफ कर देना चाहते हैं कि ऑल इंडिया महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुष्मिता देव ने पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है।' असम के नगांव से कांग्रेस सांसद प्रद्युत बोरदोलोई ने भी अफवाहों को खारिज करते हुए कहा 'सुष्मिता देव पूरी तरह हमारे साथ हैं। वे कांग्रेस का अभिन्न हिस्सा और पार्टी की बड़ी सम्मानित नेता हैं।

अंग्रेजी अखबार द हिन्दू ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि असम में सीट बंटवारे के मसले पर सुष्मिता देव कुछ नाराज़ थीं। अखबार में दावा किया गया है कि उन्होंने अपनी शिकायतों के बारे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बात भी की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनसे उम्मीदवारों के चयन के दौरान कोई सलाह-मशविरा नहीं किया गया था। अखबार के मुताबिक सुष्मिता ने यह भी शिकायत की थी कि इस सिलसिले में हुई बैठक में भी उन्हें नहीं बुलाया गया। 

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असम विधानसभा की 126 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए कांग्रेस ने एआईयूडीएफ, बीपीएफ, सीपीआई, सीपीआईएम, सीपीआईएमएल और आंचलिक गण मोर्चा (एजीएम) के साथ महजोत गठबंधन बनाया है। असम का चुनाव इसलिए अहम माना जा रहा है कि देश के जिन पांच राज्यों में चुनाव होने हैं उनमें असम एकलौता राज्य है जहां बीजेपी की सरकार है। असम चुनाव को आयोग ने तीन चरणों में बांटा है। राज्य में 27 मार्च, 1 अप्रैल और छः अप्रैल को मतदान होंगे।