कोलकाता। पश्चिम बंगाल में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस हाईकमान ने बड़ा फैसला लिया है। पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में कांग्रेस लेफ्ट के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस के इस एलान के बाद राज्य की सियासी सरगर्मियां तेज हो गई है। 



अधीर रंजन चौधरी ने गुरुवार को ट्वीट करके इस फैसले की जानकारी देते हुए लिखा है, 'आज कांग्रेस आलाकमान ने पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में लेफ्ट पार्टियों के साथ चुनावी गठबंधन को औपचारिक रूप से मंजूरी दे दी है।'





साल 2016 में भी साथ लड़ चुके हैं कांग्रेस और लेफ्ट



यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस और लेफ्ट ने पश्चिम बंगाल में गठबंधन किया हो। इसके पहले साल 2016 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस ने लेफ्ट पार्टियों के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। तब कांग्रेस को 294 सीटों वाली बंगाल विधानसभा में 44 सीटें प्राप्त हुई थी, जबकि लेफ्ट पार्टियों को 26 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था। तृणमूल कांग्रेस ने उस चुनाव में रिकॉर्ड 211 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की थी। खास बात यह है कि प्रधानमंत्री मोदी के पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद हुए इस चुनाव में बीजेपी सिर्फ तीन विधानसभा सीटें ही जीत पाई थी। हालांकि उसके बाद 2019 के आम चुनाव में बीजेपी ने राज्य में 18 लोकसभा सीटें जीतीं, जिससे उसके हौसले बुलंद हैं। लेकिन दिल्ली समेत कई राज्यों के विधानसभा चुनावी नतीजे इस बात के गवाह हैं कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव में मतदाता अलग-अलग ढंग से मतदान करते हैं।