जयपुर। राज्य की गहलोत सरकार ने प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों को श्रद्धालुओं के लिए खोलने की अनुमति दे दी है। बुधवार को हुई कोरोना समीक्षा बैठक में यह फैसला लिया गया है कि अगले महीने की 7 तारीख से धार्मिक स्थलों के द्वारा धर्मावलंबियों के लिए खोल दिए जाएंगे। हालांकि इस दौरान धार्मिक स्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हर हाल में करना होगा। 

सरकार के ऊपर से खतरे के टलने के बाद अशोक गहलोत सरकार एक्शन मोड में आ गई है। सरकार ने त्यौहारों के मौसम में राज्य के सभी धार्मिक स्थलों के दरवाज़े खोलने का फैसला किया है। धार्मिक स्थलों के खुलने की इजाज़त के मुताबिक लोगों को मास्क पहन कर ही किसी धार्मिक स्थल के अन्दर प्रवेश की इजाजत होगी। सरकार ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को सभी ज़रूरी धार्मिक स्थलों का जायज़ा लेने के निर्देश भी जारी किए हैं। सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देश के मुताबिक नियमित अंतराल पर धार्मिक स्थलों को सैनिटाइज करना होगा। सरकार ने यह फैसला कोरोना के ख़तरे को दृष्टिगत रखते हुए किया है। 

राज्य की अशोक गहलोत सरकार ने निजी अस्पतालों में इलाज के नाम पर पैसों की उगाही न करने के सख्त निर्देश दिए हैं। दरअसल राज्य के निजी अस्पताल कोरोना के नाम पर लोगों से जबरन एक मोटी रकम वसूल रहे हैं। ऐसे में राज्य सरकार ने निजी अस्पतालों को इलाज के लिए किसी भी मरीज़ को वापिस लौटाने से स्पष्ट तौर पर मना किया है।