सुपर साइक्लोन अर्थात महाचक्रवात के रूप में तब्दील हो चुके अम्फान चक्रवात की वजह से पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले में भारी बारिश हुई है. इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि करीब तीन लाख लोगों को बचाव अभियान के तहत राहत केंद्रों में रखा गया है.





भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक यह महाचक्रवात 1999 के बाद से बंगाल की खाड़ी में उठा सबसे भीषण चक्रवाती तूफान है. मौसम विभाग ने बताया कि इस समय इसकी रफ्तार 200 से 240 किलोमीटर प्रति घंटा है और यह उत्तर उत्तरपश्चिमी दिशा में आगे बढ़ रहा है.



मौसम विभाग ने यह भी बताया कि सुंदरबन के साथ पश्चिम बंगाल के उत्तरी और दक्षिण 24 परगना और पूर्वी मिदनापोर जिले पर इस चक्रवात का सबसे ज्यादा असर पड़ सकता है, वहीं कोलकाता, हुगली, हावड़ा और पश्चिमी मिदनापोर में 100 से 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.



उधर एनडीआरएफ ने जानकारी दी है कि ओडिशा में 15 और पश्चिम बंगाल में 19 टीमों को तैनात किया गया है. वहीं दो टीमों को स्टैंडबाई पर रखा गया है. इसके साथ ही बचाव अभियान भी चलाया जा रहा है. एनडीआरएफ के प्रवक्ता ने कहा कि हम एक साथ दो चुनौतियों का सामना कर रहे हैं- कोविड 19 और अम्फान चक्रवात.



 





मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि यह महाचक्रवात 20 मई को शाम को पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हटिया के बीच टकराएगा. यह इलाका सुंदरबन के पास है और इससे यहां भारी नुकसान होने की आशंका है.