चक्रवात से महाचक्रवात में तब्लीद हुआ अम्फान तूफान बंगाल में भारतीय तट से टकरा गया है. कोलकाता मौसम विभाग के मुताबिक यह दोपहर में करीब 2.30 बजे टकराया और यह करीब चार घंटे तक जारी रहेगा।



यह चक्रवाती तूफान 1999 के बाद बंगाल की खाड़ी में खड़ा हुआ सबसे भीषण तूफान है।



 





वहीं अम्फान महाचक्रवात के चलते करीब साढ़े चार लाख लोगों को बचाव अभियान के तहत राहत बचाव केंद्रों में भेज दिया गया है. इनमें से करीब सवा लाख लोग ओडिशा के हैं और करीब साढ़े तीन लाख लोग बंगाल के. एनडीआरएफ प्रमुख एसएन प्रधान ने यह जानकारी दी. हालात से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 53 टीमें तैनात की गई हैं। 



बांग्लादेश की सरकार ने भी 20 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है और हालात का सामना करने के लिए सेना को तैनात किया है।



 





इससे पहले मौसम विभाग ने बताया कि महाचक्रवात अम्फान पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों से टकराने ही वाला है. वहीं कोलकाता और ओडिशा और तटीय जिलों में भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चलीं. मौसम विभाग ने बताया कि तूफान कभी भी सुंदरबन के पास टकरा सकता है. 



तूफान के टकराने से पहले तेज हवाओं की वजह से ओडिशा के कई इलाकों में भारी नुकसान हुआ. जगह-जगह पेड़ उखड़ गए और बिजली के खंभों से लेकर सब-स्टेशनों में भी नुकसान हुआ. ओडिशा के पारादीफ में 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलीं और भारी बारिश हुई. कुछ यही हाल प्रदेश की राजधानी भुवनेश्वर का रहा.



मौसम विभाग ने सुबह बताया कि ‘अम्फान’ के सुंदरवन पहुंचने के बाद उत्तर-उत्तरपूर्व दिशा की ओर बढ़ने और इसके पूर्वी सिरे के कोलकाता के निकट से गुजरने की संभावना है जिससे शहर के निचले इलाकों में भारी नुकसान होने और बाढ़ आने की आशंका है।



विभाग ने आगे बताया कि इसके कमजोर होकर चक्रवाती तूफान के रूप में पश्चिम बंगाल के नादिया और मुर्शिदाबाद जिलों से गुजरने की संभावना है और इसके बाद यह 21 मई की दोपहर को बांग्लादेश में गहरे दबाव के रूप में पहुंचेगा।