नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस पर देश की राजधानी में हुई घटनाओं के सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने जिन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है, उनमें 37 किसान नेताओं के नाम भी शामिल हैं। इनमें से कई किसान नेता ऐसे हैं, जो सरकार के साथ वार्ता के लिए विज्ञान भवन जाते रहे हैं। जिन नेताओं के नाम एफआईआर में दर्ज़ हैं उनमें राकेश टिकैत, दर्शनपाल और योगेंद्र यादव शामिल हैं। पुलिस ने अब तक मंगलवार की हिंसा के संदर्भ में कुल 22 FIR दर्ज की हैं। 

दिल्ली पुलिस ने जिन किसान नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है उनमें- दर्शन पाल, जोगिंदर सिंह उगराहां, राकेश टिकैत, विजेंदर सिंह, हरपाल सिंह, विनोद कुमार, राजेंद्र सिंह, बलवीर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह, जगतार बाजवा, वीएम सिंह, योगेंद्र यादव और मेधा पाटकर के नाम भी शामिल बताए जा रहे हैं।  

इस बीच दिल्ली पुलिस ने मंगलवार की हिंसा के सिलसिले में अब तक 200 लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें से 50 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किए जाने की खबर भी आ रही है। पुलिस ने जिन लोगों को हिरासत में लिया है, उन पर दंगा-फसाद करने, सार्वजनिक संपत्ति को नुक़सान पहुँचाने और पुलिस पर हमला करने के संगीन आरोप लगाए हैं। हिरासत में लिए गए लोगों से फिलहाल पूछताछ की जा रही है, लेकिन जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। 

खबर यह भी है कि दिल्ली के पुलिस कमिश्नर ने मंगलवार की हिंसा के बारे में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को रिपोर्ट भी सौंप दी है। रिपोर्ट सौंपने के साथ ही पुलिस कमिश्नर ने गृह मंत्री को ताज़ा हालात और पुलिस की तरफ से की गई कार्रवाई की जानकारी भी दी है। इस बीच मंगलवार की हिंसा में घायल पुलिस वालों की तादाद बढ़कर 313 हो गई है। 

दिल्ली पुलिस ने कल की हिंसा को लेकर IPC की धारा 395 (डकैती), 397 (लूट या डकैती, मारने या चोट पहुंचाने की कोशिश), 120 बी (आपराधिक साजिश) और अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच द्वारा जांच की जाएगी। खबर ये भी आ रही है कि अमित शाह ने घायल पुलिस वालों के इलाज़ के लिए पूरा इंतज़ाम किए जाने की हिदायत दी है।