नई दिल्ली। लोकसभा में मंगलवार को समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने विपक्ष की तरफ से मोर्चा संभालते हुए नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर प्रहार किए। इस दौरान उन्होंने ईवीएम को लेकर भी सवाल उठाते हुए कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी EVM पूरी तरह हटाने तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी और वह सत्ता में आएंगे तो ईवीएम को हटा देंगे।

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अखिलेश यादव राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर लोकसभा में चर्चा के दौरान मंगलवार को बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘ईवीएम पर हमें कल भी भरोसा नहीं था और आज भी भरोसा नहीं है। 80 की 80 सीट जीत जाऊं तब भी ईवीएम पर भरोसा नहीं है। ईवीएम का मुद्दा मरा नहीं है। हम आएंगे तो EVM हटा देंगे। EVM पूरी तरह हटाने तक लड़ाई जारी रहेगी।'

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लोकसभा में कहा, ‘2024 के लोकसभा चुनाव का परिणाम इंडिया गठबंधन के लिए जिम्मेदारी का संदेश देता है और यह परिणाम सांप्रदायिक राजनीति का अंत कर सामुदायिक राजनीति की शुरुआत करने वाला है। ऐसा लग रहा हारी हुई सरकार विराजमान है। इस चुनाव के परिणाम ने तोड़ने वाली राजनीति को तोड़ दिया है और जोड़ने वाली राजनीति की जीत हुई है।' 

यादव ने आगे कहा, ‘देश किसी व्यक्तिगत आकांक्षा से नहीं, जन आकांक्षा से चलेगा। अब मनमर्जी नहीं, जनमर्जी चलेगी, इस चुनाव का यही पैगाम है। अयोध्या की जीत देश के परिपक्व मतदाता की जीत है। अयोध्या की जीत हमारी मर्यादा की जीत है। संविधान ही संजीवनी है और उसी की जीत हुई है। आवाम ने हुकूमत का गुरूर तोड़ा है। जिसकी लाठी में आवाज नहीं उसने यह फैसला किया। होइहि सोइ जो राम रचि राखा।'

भाजपा सरकार के विकास के दावों पर सवाल खड़े करते हुए सपा प्रमुख ने कहा, ‘सरकार कहती है कि देश पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, लेकिन यह क्यों छिपाती है कि अगर हम पांचवे स्थान पर हैं तो हमारे देश की प्रति व्यक्ति आय किस स्थान पर पहुंची है?’ उन्होंने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना है तो 35 प्रतिशत विकास दर चाहिए, जो संभव नहीं दिखाई देता है।