मदुरै। तमिलनाडु में कोरोना के खौफ ने एक हंसते खेलते परिवार की खुशियां छीन लीं। मदुरै में एक परिवार के 5 सदस्यों ने सामूहिक आत्महत्या की कोशिश की। जिसमें मां बेटे की मौत हो गई। तीन अन्य लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। जोतिका नाम की महिला ने कोरोना संक्रमित होने के दूसरे ही दिन अपने 3 साल के बच्चे, मां-भाई और परिवार के एक अन्य सदस्य के साथ जहर खाकर जान देने की कोशिश की।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 3 लोगों को बचाने में कामयाबी मिली है। मृतका की पहचान जोतिका के तौर पर हुई है। उसके पति की मौत हो चुकी है, वह अपनी मां के साथ रहती थी। पड़ोसियों ने अपने बयान में पुलिस को बताया है कि पति और पिता की मौत के बाद जोथिका पर घर चलाने की जिम्मेदारी थी। मां को डर था कि अगर जोतिका को कोरोना की वजह से कुछ हो गया तो उनका जीवन यापन कैसे होगा। आर्थिक तंगी से बचने के लिए उन्होंने परिवार समेत जहर खा लिया। रविवार को जोथिका और उसके बच्चे की लाश मिली, जबकि अन्य लोग बेहोशी की हालत में मिले। जिन्हें डाक्टरों ने बचा लिया है। मां-बच्चा अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ चुके थे।

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 बताया जा रहा है कि पिछले महीने ही जोतिका के पिता नागराज की मौत हो गई थी। पिता की मौत के बाद से घर में कमाने वाला कोई नहीं था। जिसकी वजह से परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा था। वहीं आत्महत्या के एक दिन पहले ही जोतिका भी कोरोना पॉजिटिव मिली थी। जैसे ही उसके मां और भाई को पता चला तो वे घबरा गए और परिवार के सभी सदस्यों ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की। कोरोना के डर से सुसाइड के इस मामले की वजह से इलाके में सनसनी फैल गई है। वहीं प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि कोरोना से डरें नहीं सही इलाज करने पर महामारी को आसानी हराया जा सकता है। आत्मघाती कदम उठाना किसी समस्या का समाधान नहीं है।