गुना में किसानों का हल्लाबोल, ओला प्रभावित फसलों का सर्वे नहीं होने से नाराज होकर सड़क पर किया चक्काजाम

किसानों का आरोप है कि ओलावृष्टि में उनका घर, मवेशी और फसल बरबाद हो गए हैं, लेकिन स्थानीय बीजेपी विधायक और जिला प्रशासन ने उनकी सुध नहीं ली, जिसके विरोध में हजारों किसानों ने प्रदर्शन किया

Updated: Jan 10, 2022, 06:55 AM IST

गुना। मध्य प्रदेश में बीते दिनों बारिश और ओले ने किसानों की रबी फसल बरबाद कर दी हैं। गुना में भी ओलावृष्टि से भारी नुकसान हुआ है। किसानों की पूरी फसल चौपट हो गई है। वहीं स्थानीय प्रशासन और सरकार की अनदेखी से भी उनमें नाराजगी है। किसानों का कहना है कि उनकी फसल का सर्वे नहीं हुआ है। किसानों ने सर्व और फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर नेशनल हाइवे पर चक्काजाम किया।

किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। किसानों का कहना है कि बीजेपी विधायक ने किसानों का हाल नहीं जाना। जिले में किसानों की सरसों, धनिया, कलौंजी, लहसुन, प्याज की फसल खराब हो गई है। पौधे छोटे होने की वजह से सरसों ओला गिरने से खेतों में बिछ गई। वहीं गेहूं, चने में भी नुकसान हुआ है। कई किसानों ने कर्जा लेकर फसलें बोई थीं।

 

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सरकार से राहत भी नहीं मिली है, कर्जा उतारने की भी चिंता है। बरखेड़ा हाट के किसानों का आरोप है की स्थानीय बीजेपी विधायक गोपीलाल जाटव जनता की अनदेखी कर रहे हैं। किसानों के घर नष्ट हो गए है और वे अपने बंगले में बैठें है किसानों की उन्हें कोई फिक्र नहीं हैं।

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गुना जिला कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने सड़क पर चक्काजाम कर रहे किसानों से मुलाकात की। इस दौरान  जिला अध्यक्ष हरिशंकर विजयवर्गीय और शेखर वशिष्ट  भी मौजूद थे। SDM, कृषि अधिकारी और पुलिस बल भी मौजूद था। प्रशासन से आश्वासन मिलने के बाद किसानों ने जाम खत्म किया।

गुना समेत प्रदेश के किसान अच्छी फसल की आस लगाए थे, मौसम बिगड़ने की वजह से सैकड़ों गांवों की फसलें खराब हो गई। सबसे ज्यादा शिवपुरी में नुकसान की बात कही जा रही है। वहीं राजगढ़ और विदिशा में भी किसनों की मेहनत पर पानी फिर गया है।