लखनऊ। फ्रांस में मोहम्मद साहब का कार्टून और हत्या के मामले पर विवादित टिप्पणी को लेकर मशहूर शायर मुनव्वर के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। एफआईआर में राणा की टिप्पणी को विभिन्न समुदायों में वैमनस्यता फैलाने और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाला बताया गया है। बता दें कि मशहूर शायर ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उस लड़के की जगह मैं भी होता तो मोहम्मद साहब पर कार्टून बनानेवाले की जान ले लेता।

शायर के खिलाफ यह एफआईआर लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली थाने में सब इंस्पेक्टर दीपक कुमार पांडेय ने दर्ज की है। दीपक ने अपने एफआईआर में लिखवाया है कि फ्रांस में कार्टून विवाद पर हत्याओं को सही ठहराने का उनका बयान सामाजिक सौहार्द्र को बिगाड़ने के लिए पर्याप्त है। ये बयान समुदायों को बीच वैमनस्यता फैलाने वाला, सामाजिक सौहार्द्र पर विपरित प्रभाव डालने वाला है और इससे लोक शांति भंग होने की आशंका है। पुलिस ने राणा के खिलाफ आईपीसी की धारा 153(A), 95 (A), 298, 505 सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

क्या कहा था मुनव्वर राणा ने ? 

दरअसल, मुनव्वर राणा ने एक निजी चैनल को इंटरव्यू देते हुए कहा था कि, 'कोई हमारे माता-पिता या फिर भगवान का गंदा, आपत्तिजनक कार्टून बनाता है तो हम भी उसे मार देंगे।' राणा ने तर्क दिया था कि मजहब मां के जैसा है। अगर कोई आपकी मां का, या मजहब का बुरा कार्टून बनाता है या गाली देता है तो वो गुस्से में ऐसा करने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि जब देश में हजारों साल से ऑनर किलिंग को जायज मान लिया जाता है और कोई सजा नहीं होती है तो फिर आप उसे नाजायज कैसे कह सकते हैं। जिसने भी पैगंबर मोहम्मद का कार्टून बनाया उसने गलत किया।' 

मुनव्वर राणा ने कहा है कि, हमने कोई ऐसा बयान नहीं दिया जिससे सामाजिक सौहार्द बिगड़े। उन्होंने कहा कि अगर कत्ल करना गुनाह है तो कार्टून बनाना भी गुनाह है। और कोई नकल से परीक्षा पास किया हुआ रिश्वत देकर दरोगा की नौकरी पाने वाले मुनव्वर राणा के ऊपर एफआईआर दर्ज करा रहा है। उनकी शिकायत है कि यह एफआईआर हुकूमत के इशारे पर हुई है। उन्होंने ये दावा किया है कि जिसने एफआईआर तैयार की है वह हमारी लिखी हुई एक लाइन का ट्रांसलेशन नहीं कर सकता, हमने साहित्य लिखने के लिए कलम अपने पास रखी है किसी पजामे में नाड़ा डालने के लिए नहीं।

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हालांकि बाद में मुनव्वर राणा ने अपनी टिप्पणी पर सफाई देते हुए कहा था कि उन्होंने हत्या को जायज नहीं ठहराया है। उन्होंने कहा कि इस समय फ्रांस में जो कुछ भी हो रहा है, सब गलत है। इस्लामी मजहब से छेड़छाड़ करने वाला कार्टून बनाना भी गलत था और उस कार्टूनिस्ट या शिक्षक को मारनेवाली घटना भी गलत है।'

क्या है फ्रांस की घटना ?

फ्रांस में कुछ दिन पहले एक हिस्ट्री टीचर सैमुएल पैटी की बेरहमी से हत्या कर दी गई, क्योंकि उन्होंने अपनी क्लास में अभिव्यक्ति की आज़ादी पर चर्चा के दौरान पैगंबर मोहम्मद के विवादित कार्टून दिखाए थे। इसके बाद फ्रांस की सरकार ने हिंसा को बढ़ावा देने वाले इस्लामिक संगठनों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी। फ्रांस के राष्ट्रपति ने पैटी को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने का एलान करते हुए कहा कि फ्रांसीसी समाज के सेकुलर ताने-बाने को नष्ट करने और अभिव्यक्ति की आजादी को कुचलने की इजाजत किसी को भी नहीं दी जाएगी। मैक्रों ने ये भी कहा कि इस्लाम दुनियाभर में संकटग्रस्त हो रहा है। 

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फ्रांस के राष्ट्रपति के बयान और उनकी सरकार की तरफ से इस्लामिक संगठनों पर की गई कार्रवाई को इस्लामोफोबिक बताते हुए दुनियाभर के कई मुस्लिम बहुसंख्यक देशों ने फ्रांस के बहिष्कार का एलान किया है। बहुत से देशों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मैक्रों के खिलाफ प्रदर्शन भी किए हैं।