हाथरस। हाथरस गैंगरेप की पीड़िता के परिवार से मिलने गए आम आदमी पार्टी के कोंडली के विधायक कुलदीप कुमार के खिलाफ उत्तर प्रदेश पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। आप विधायक के खिलाफ पुलिस ने कोरोना संक्रमण फैलाने का आरोप लगाया है। पुलिस का कहना है कि वह कोरोना संक्रमित होने के बावजूद पीड़िता के परिजनों से मिलने पहुंची। जबकि कुलदीप ने पुलिस के इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है।

दरअसल, 29 सितंबर को आप विधायक ने अपने आधिकारिक ट्वीटर अकाऊंट से ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी कि वह कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। पांच अक्टूबर को उन्होंने ट्वीट कर बताया कि वह हाथरस गैंगरेप पीड़िता से मिलकर आए हैं और उन्हें ढांढस बंधाया है। वह मुलाकात के दौरान अपने फेसबुक पेज से लाइव भी आए थे।

इस पर बीजेपी ने एतराज जाहिर करते हुए पूछा था कि आप विधायक के खिलाफ क्यों न एपिडेमिक एक्ट के तहत करवाई हो। बीजेपी के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर कहा गया कि, '29 सितम्बर को केजरीवाल जी के विधायक अपने आप को कोरोना पॉजिटिव बता रहे हैं और 4 तारीख को सभी की जान जोख़िम में डालकर ये घटिया राजनीति करने हाथरस चले गए।' कौन से प्रोटोकॉल के तहत ये 5 दिन में हाथरस गए? इन पर एपिडेमिक एक्ट के तहत तुरंत करवाई होनी चाहिए।'

बीजेपी की इस मांग के बाद हाथरस पुलिस ने तत्काल आम आदमी पार्टी के विधायक कुलदीप कुमार के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है।

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आईटी सेल फैला रही है झूठ

आप विधायक कुलदीप कुमार का कहना है कि बीजेपी मेरे कोरोना पॉजिटिव होने की झूठ फैला रही है। उन्होंने कहा, 'मैं दलित परिवार से आता हूं और अपने परिवार से मिलने गया था। साथ में निगेटिव होने की रिपोर्ट लेकर भी गया था और पुलिस मांगती तो मैं जरूर दिखाता। लेकिन बीजेपी और आईटी सेल ने प्रोपेगैंडा फैला दिया और उसी झूठ के आधार पर पुलिस ने एफआईआर की है।' कुलदीप ने कहा है कि चाहे बीजेपी, उनकी आईटी सेल और योगी सरकार कितना भी दम लगा ले मगर हम पीछे नहीं हटेंगे। अंतिम समय तक संघर्ष करेंगे और पीड़िता को न्याय दिलाकर रहेंगे।