नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय अगले सत्र से इंजीनियरिंग की पढ़ाई मातृभाषा में शुरू करने जा रहा है। इसकी शुरुआत पहले कुछ चुनिंदा आईआईटी और एनआईटी से होगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की अध्यक्षता में गुरुवार को शिक्षा योजनाओं व कार्यक्रमों को लेकर हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया। 

इसके साथ ही वाराणसी स्थित आईआईटी बीएचयू में इसी सत्र से इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में होगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रधानमंत्री और वाराणसी से लोकसभा सांसद नरेंद्र मोदी वाराणसी के अपने अगले दौरे में इसकी घोषणा कर सकते हैं। 

केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने यूजीसी को निर्देश दिया है कि वह छात्रों तक छात्रवृत्ति और फेलोशिप समय से पहुंचाना सुनिश्चित करे और इस संबंध में एक हेल्पलाइन भी शुरू करे। डॉ. निशंक ने कहा कि छात्रों की समस्या का निपटारा जल्द से जल्द होना चाहिए। 

प्रतियोगी परीक्षाओं का सिलेबस तैयार करेगी नैशनल टेस्टिंग एजेंसी 

गुरुवार को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) विभिन्न बोर्डों की पढ़ाई का जायजा लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं का एक सिलेबस तैयार करेगी। इसके अलावा एक अभियान शुरू किया जाएगा जिसमें इस विषय पर विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों की राय ली जाएगी कि अगले वर्ष परीक्षाएं कब से शुरू की जाए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मंत्रालय के सभी कर्मचारी नई शिक्षा नीति के उचित कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं।