नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 2,547 हो गए हैं। आंकड़े बताते हैं कि बीते तीन दिन में संक्रमण के मामले दो गुना हो गए। 31 मार्च को जहां मामलों की संख्या 1,251 थी वहीं तीन अप्रैल को मामलों की संख्या बढ़कर 2,547 हो गई। कोरोना वायरस से संक्रमित मामलों में 25 फीसदी मामले तबलीगी जमात के कार्यक्रम से जुड़े हैं।
देशभर में गुरुवार को कोरोना वायरस के 500 से अधिक मामले सामने आने के साथ संक्रमितों की संख्या 2,500 को पार कर गई, जबकि इनमें से 76 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिये अगले कुछ सप्ताह तक लोगों की जांच करने, संक्रमितों का पता लगाने, उन्हें पृथक रखने जैसे उपायों पर ध्यान देने को कहा ताकि जीवन का नुकसान कम से कम हो। उन्होंने लॉकडाउन समाप्त होने के बाद सड़कों पर लोगों की आवाजाही ''क्रमबद्ध ढंग'' से सुनिश्चित करने के बारे में राज्यों से साझा रणनीति बनाने को भी कहा।
प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार, मोदी ने कहा कि राज्यों और केंद्र को 'लॉकडाउन समाप्त होने' के बाद फिर से सड़कों पर लोगों की आवाजाही क्रमबद्ध ढंग से सुनिश्चित करने के बारे में साझा रणनीति अवश्यह तैयार करनी चाहिए। उन्होंने राज्यों से विचार-मंथन करने और इस रणनीति के बारे में सुझाव भेजने को कहा। उन्होंने कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए सामाजिक दूरी बनाए रखने के महत्व को भी दोहराया।
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सभी मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई करने के लिए कहा। भल्ला ने कहा कि इन कानूनों का उल्लंघन करने वालों को दो साल तक की जेल की सजा और जुर्माना हो सकता है।