नई दिल्‍ली।



कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को कहा कि मोदी सरकार ने लॉकडाउन का फैसला बिना किसी तैयारी के लिया है जिसका सबसे ज्यादा प्रभाव गरीब मजदूरों पर पड़ा है। उन्‍होंनेे केन्‍द्र सरकार ने कॉमन मिनिमम रिलीफ प्रोग्राम बनाने की मांग की है।



सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की  बैठक में कहा कि देश में कोरोना वायरस की स्थिति गंभीर है और इसे लेकर सरकार के कदम उठाए जाने की जरूरत तो थी लेकिन पीएम मोदी ने लॉकडाउन का फैसला बिना तैयारी के ले लिया. इस 21 दिनों के लॉकडाउन की कोई तैयारी नहीं होने के कारण गरीबों और मजदूरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. गांधी ने कहा, "कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए लगातार चिकित्सा जांच की जरूरत है और चिकित्साकर्मियों को पूरा सहयोग दिया जाए तथा उन्हें सभी निजी सुरक्षा उपकरण मुहैया कराया जाएं."



सोनिया ने पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में यह टिप्पणी की. सोनिया ने कहा, '' हम इस अप्रत्याशित स्वास्थ्य एवं मानवीय संकट के समय मिल रहे हैं. हमारे सामने यह बहुत बड़ी चुनौती है लेकिन इससे निजात पाने का हमारा संकल्प ज्यादा बड़ा होना चाहिए.''