नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा के पहला सत्र का आज सोमवार को आगाज हुआ। इसकी शुरुआत नवनिर्वाचित सदस्यों के शपथ ग्रहण समारोह से हुई। वहीं, इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने संविधान की कॉपी लेकर संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी शामिल हुए।
इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'संविधान को बचाने के लिए हमने जो कोशिश की थी उसमें जनता हमारे साथ है लेकिन मोदी जी ने संविधान को तोड़ने की कोशिश की। इसलिए आज हम यहां एकत्रित होकर विरोध कर रहे हैं। यहां पर गांधी जी की प्रतिमा थी और हम यहीं पर विरोध कर रहे हैं। हर लोकतांत्रिक नियमों को तोड़ा जा रहा है इसलिए हम बता रहे हैं कि मोदी जी आज संविधान के तहत चलिए।'
वहीं, टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा, 'हम इसलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि संविधान के प्रावधानों का उल्लंघन किया गया है। नरेंद्र मोदी सरकार ने संविधान का उल्लंघन किया है, जिस तरह से प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति की गई है, वह संवैधानिक प्रावधानों का स्पष्ट उल्लंघन है और पहले की मिसालों का भी स्पष्ट उल्लंघन है।'
बता दें कि 18वीं लोकसभा में विपक्ष भी मजबूत है। विपक्षी दलों के इंडिया अलायंस के पास 234 सीटें हैं। इसमें कांग्रेस की सीटें भी पिछले चुनाव की तुलना में बढ़ी हैं। पिछले चुनाव में कांग्रेस के पास 52 सीटें थीं, जो अब बढ़कर 99 हो गई हैं। इंडिया अलायंस में दूसरे नंबर पर 37 सीटों के साथ समाजवादी पार्टी है। तृणमूल कांग्रेस के 29, डीएमके के 22, शिवसेना (यूबीटी) के 9, एनसीपी (शरद पवार) के 8, आरजेडी के 4, आम आदमी पार्टी के 3, झारखंड मुक्ति मोर्चा के 3 और वाईएसआरसीपी के 4 सांसद हैं।
सत्र में विपक्षी गठबंधन इंडिया के एनडीए सरकार को कई मुद्दों पर घेरे जाने की उम्मीद है। इसमें बढ़ती कीमतें, खाद्य मुद्रास्फीति, गर्मी के कारण मौतें और NEET UG, NEET PG, UGC NET और अन्य सहित परीक्षा प्रशासन में हाल ही में हुई अनियमितताएं शामिल हैं।