नई दिल्ली। एलएसी पर जारी तनाव को खत्म करने के लिए भारत और चीन के बीच एक बार फिर से कोर कमांडर स्तर की बैठक होगी। यह बैठक चीन की तरफ मोलडो में होगी और इसमें पहली बार भारत की तरफ से दो लेफ्टिनेंट जनरल, दो मेजर जनरल और विदेश मंत्रालय के एक संयुक्त सचिव मौजूद होंगे।

भारतीय प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह करेंगें। साथ ही साथ इसमें दिल्ली से लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन भी मौजूद रहेंगे। प्रतिनिधि मंडल में आईटीबीपी के इंस्पेक्टर जनरल और चार ब्रिगेडियर भी शामिल होंगे। 

बताया जा रहा है कि प्रतिनिधि मंडल में दिल्ली से लेफ्टिनेंट जनरल और विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव को इसलिए शामिल किया गया है ताकि भारत की मोलभाव करने की क्षमता बढ़ जाए। विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव नवीन श्रीवास्तव अब तक पूर्वी एशिया के मामले देखते आए हैं और वे भारत चीन बॉर्डर के मसलों पर बनी वर्किंग कमेटी के भी सदस्य हैं। 

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भारत चीन तनाव को सुलझाने के लिए दोनों देशों के बीच जून से लेकर अब तक पांच कोर कमांडर स्तर की बैठकें हो चुकी हैं। बताया जा रहा है कि भारत इस बार केवल संघर्ष के बिंदुओं ओर तनाव खत्म करने तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि देपसांग को भी चर्चा में शामिल करेगा। अभी तक की बैठकों में देपसांग पर कोई चर्चा नहीं हुई है। हालांकि, चर्चा के मुख्य बिंदु पैंगोंग त्सो झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारे ही रहेंगे।