नई दिल्ली। पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस रद्द कर दिया है। चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस रद्द किए जाने के बाद सीबीआई की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है। खड़गे ने पीएम पर मेहुल चोकसी की मदद करने का आरोप लगाया है। 



मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया है कि एक तरफ विपक्षी नेताओं के खिलाफ ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियां लगाई जाती हैं। जबकि दूसरी तरफ इंटरपोल से मेहुल चोकसी को रिहा करवा दिया जाता है। खड़गे ने पीएम पर तंज कसते हुए कहा कि जब वह अपने परम मित्र के लिए संसद ठप्प करा सकते हैं तो पुराने मित्र को रिहा तो करवा ही सकते हैं। 



मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट किया, विपक्षी नेताओं के लिए ED-CBI, पर मोदी जी के "हमारे मेहुल भाई" के लिए इंटरपोल से रिहाई। जब "परम मित्र" के लिए कर सकते हैं संसद ठप्प, तो "पुराना मित्र" जिसको किया था 5 साल पहले फ़रार,भला उसकी मदद से कैसे करें इंकार? डूबे देश के हज़ारों-करोड़, "न खाने दूंगा" बना जुमला बेजोड़ !"





सोमवार को इंटरपोल ने भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी के खिलाफ जारी रेड कॉर्नर नोटिस को रद्द कर दिया। जिसका मतलब है कि चोकसी अब दुनिया भर में स्वतंत्र रूप से कहीं भी यात्रा कर सकता है। चोकसी ने अपने खिलाफ जारी किए गए रेड कॉर्नर नोटिस को हटाए जाने की याचिका दायर की थी। जिसे स्वीकारते हुए इंटरपोल ने कहा है कि दो वर्ष पहले चोकसी को भारत ले जाने के उद्देश्य से एंटीगुआ में उसका अपहरण किया। इंटरपोल के मुताबिक भारत लौटने पर चोकसी को निष्पक्ष परीक्षण या पर्याप्त इलाज न मिलने का जोखिम उठाना पड़ सकता है। 



मेहुल चोकसी को दो वर्ष पहले डोमनिका में हिरासत में लिया गया था। डोमनिका की कोर्ट ने करीब 51 दिन तक चोकसी को हिरासत में रखने के बाद उसे वापस एंटीगुआ की हवाले कर दिया था। चोकसी ने भारत सरकार पर एंटीगुआ से उसका अपहरण कर डोमनिका ले जाने का आरोप लगाया था। 



चोकसी 2018 में उजागर हुए पंजाब नेशनल बैंक के हजारों करोड़ के घोटाले का आरोपी है। घोटाले के उजागर होने से पहले ही चोकसी एंटीगुआ चला गया था और उसने वहां की नागरिकता भी हासिल कर ली थी। इस मामले में कांग्रेस अमूमन मोदी सरकार पर जानबूझकर चोकसी को विदेश फरार करवाने का आरोप लगाती रही है।