नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने चुनाव प्रक्रिया में हो रही धांधली के राहुल गांधी के खुलासे पर चुनाव आयोग के रवैये पर सवाल उठाए हैं। प्रियंका ने पूछा कि वे हलफनामा क्यों मांग रहे हैं? राहुल गांधी ने गुरुवार को सबूतों के साथ चुनाव में किस तरह से गड़बड़ी हो रही है इसका खुलासा किया था। उनके इस खुलासे के बाद चुनाव आयोग ने अपना पल्ला झाड़ते हुए इसे भ्रामक बताते हुए कहा कि अगर राहुल गांधी मानते हैं कि वे जो कह रहे, वह सच है तो उन्हें वोटर रजिस्ट्रेशन नियम 1960 के 20(3)(बी) के अनुसार घोषणा या शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करके गुरुवार शाम तक देना चाहिए। प्रियंका ने इसी बात को लेकर चुनाव आयोग से कुछ सवाल किए हैं।

कांग्रेस सांसद ने कहा, 'याचिका के अनुसार, 30 दिनों के भीतर हलफनामा प्रस्तुत किया जा सकता है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। वे हलफनामा क्यों मांग रहे हैं? अगर कोई जानबूझकर गलती हुई है, तो आपको इसकी जांच करनी चाहिए। आप हमें मतदाता सूची क्यों नहीं दे रहे हैं? आप जांच क्यों नहीं कर रहे हैं? उसके बजाय आप कह रहे कि हलफनामा साइन करके दो। इससे बड़ी शपथ क्या है जो हम सदन में लेते हैं। इससे बड़ी कोई शपथ है जो हमने सदन में ले रखी है।'

प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को संसद भवन के बाहर मीडिया से बात करते हुए कहा, 'राहुल गांधी जी ने वोट चोरी पर बड़ा खुलासा किया है, जिसकी जांच होनी चाहिए। हम लगातार डेटा दिखा रहे हैं, लेकिन चुनाव आयोग मानने को तैयार ही नहीं है। इस पूरे केस में बीजेपी और चुनाव आयोग की तरफ से जिस तरह के बयान सामने आ रहे हैं, उससे एक बात साफ है कि गड़बड़ी है। बीजेपी की सरकार विपक्ष पर ईडी, सीबीआई लगाकर तमाम जांच कर रही है तो यहां नाक के नीचे हुए पूरे कांड की जांच क्यों नहीं हो रही?'

कांग्रेस महासचिव ने चुनाव आयोग द्वारा राहुल गांधी के दावे को नकारने पर पूछा, 'क्या उन्होंने (चुनाव आयोग ने) इसकी जांच की है? अगर नहीं, तो वे इसे झूठ कैसे कह सकते हैं?' उन्होंने कहा कि यह हमारे देश के लोकतंत्र के लिए बेहद अहम मामला है। अगर उन्हें लगता है कि उनकी जिम्मेदारी सिर्फ बीजेपी या किसी एक पार्टी की है, तो उन्हें अपने रुख पर पुनर्विचार करने की जरूरत है।