मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने संबल योजना फिर से शुरू करने को लेकर शिवराज सरकार पर निशाना साधा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर कमलनाथ ने कहा कि सरकार संबल योजना के नाम पर सिर्फ प्रचार प्रसार करना चाहती है। जबकि आज के हालातों में श्रमिकों को न्यूनतम 7500 रुपया प्रतिमाह देने की आवश्यकता है।

कमलनाथ ने लिखा कि उन्होंने संबल योजना में से अपात्रों को हटाकर नया सवेरा योजना लागू की थी। क्यूंकि भाजपा सरकार द्वारा लागू की गई संबल योजना में बड़ी संख्या में संपन्न लोगों को लाभ दिया जा रहा था। इसके साथ ही उस समय के श्रम मंत्री और वर्तमान में भाजपा नेता महेंद्र सिंह सिसोदिया ने भी इस विषय को जोर शोर से उठाया था। सिसोदिया आज भी वह विषय आपके संज्ञान में खुलकर ला रहे हैं। 

दरअसल शिवराज सरकार के पूर्व के कार्यकाल में शुरू हुई संबल योजनाओं में भ्रष्टाचार के चलते कमलनाथ सरकार ने इसे नए नाम से शुरू किया था। लेकिन भाजपा की सरकार में वापसी के साथ ही शिवराज ने फिर से संबल योजना शुरू की है। इसी को लेकर कमलनाथ ने चिट्ठी लिखी है।