कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अब बीजेपी की राह पर चल पड़ी हैं। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने बड़ा दांव चलते हुए राज्य में कोरोना का टीकाकरण मुफ्त में करने का ऐलान किया है। यानी बंगाल के लोगों का मुफ्त वैक्सीनेशन किया जाएगा, जिसका खर्चा राज्य सरकार उठाएगी। इसी साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र ममता की इस घोषणा को काफी अहम माना जा रहा है।

दरअसल पूरे देश में 16 जनवरी से टीकाकरण के पहले चरण की शुरुआत होनी है। जिसके तहत करीबन तीन करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जाना है, जिसमें फ्रॉन्टलाइन वर्कर्स व अन्य प्रायोरिटी ग्रुप्स के साथ साथ बुज़ुर्ग लोग शामिल हैं। तय योजना के अनुसार फिलहाल इन तीन करोड़ लोगों को मुफ्त वैक्सीन लगाई जाएगी। लेकिन इसके बाद की स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है। लिहाज़ा ममता बनर्जी की इस तत्परता ने चुनाव से पहले घोषणा के मामले में बीजेपी को पहले ही बैकफुट पर धकेल दिया है।

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क्या बीजेपी को उसी के दांव पर पटखनी देने की कोशिश कर रही हैं ममता
चूंकि केंद्र की बीजेपी सरकार ने तीन करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाए जाने के बाद आगे की प्रक्रिया के बारे में कोई घोषणा नहीं की है। इसलिए लगभग तय माना जा रहा था कि बीजेपी इस वर्ष चार राज्यों में होने वाले चुनाव से पहले बिहार और मध्यप्रदेश की तर्ज पर ही फ्री वैक्सीनेशन का वादा करेगी। लेकिन ममता ने बीजेपी से एक कदम आगे बढ़कर पहले ही बीजेपी के संभावित इरादे पर पानी फेर दिया है।

दरअसल हाल ही में हुए बिहार विधानसभा चुनाव और मध्यप्रदेश के उपचुनावों में बीजेपी ने फ्री कोरोना वैक्सीन का वादा किया था। जिसका फायदा बीजेपी को दोनों ही राज्यों में मिला था। ममता को पता था कि बीजेपी बंगाल में भी इस रणनीति को अपना सकती है। लिहाज़ा बीजेपी के किसी भी घोषणा से पहले ममता बनर्जी ने खुद फ्री वैक्सीनेशन की घोषणा कर दी।

पिछले कुछ दिनों से ममता बनर्जी बंगाल की राजनीति में काफी सक्रीय हो गई हैं। इसकी शुरुआत उन्होंने दिसंबर अंत में बोलपुर में अपने रोड शो से की थी। जहाँ बाउल कलाकार वासुदेव को अपने कार्यक्रम में शामिल कर ममता ने यह जता दिया कि पश्चिम बंगाल में फिलहाल उनका ही वर्चस्व है। दरअसल दिसंबर महीने में अमित शाह जब बंगाल दौरे पर थे, तब उन्होंने बाउल समुदाय से आने वाले गायक वासुदेव के घर खाना खाया था, उस समय अमित शाह के साथ बीजेपी के तमाम बड़े नेता भी मौजूद थे। लेकिन ठीक एक हफ्ते बाद वही बाउल कलाकार ममता की रैली में पहुँच गए। और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की शान में कसीदे पढ़ डाले। वासुदेव ने कहा कि दीदी (ममता बनर्जी) हमारे दिलों में हैं। और हमेशा रहेंगी। वासुदेव के साथ आए एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि जितना काम बंगाल में गरीबों के लिए दीदी ने किया है उतना किसी ने नहीं किया है।

ममता की बंगाल में सक्रियता को देखकर घबराई बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व फिर बंगाल पहुँच गया। जेपी नड्डा बीजेपी की चुनावी तैयारियों का जायज़ा लेने पश्चिम बंगाल के एक दिवसीय दौरे पर आ गए। उधर AIMIM के अध्यक्ष के टीएमसी में शामिल होने के बाद बीजेपी बैकफुट पर आ गई है। शनिवार को AIMIM के बंगाल अध्यक्ष एसके अब्दुल कलाम ने पार्टी के कुछ अन्य सदस्यों के साथ तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया। हालांकि ममता बंगाल चुनाव की तैयारी केवल राजनीतिक मंचों पर ही नहीं कर रही हैं बल्कि सांस्कृतिक व मनोरंजन के मंचों का भी ममता भरपूर फायदा उठा रही हैं। पश्चिम बंगाल की राजधानी में कोलकाता अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में इतनी सक्रियता दिखाना और साथ में राजनीतिक ज़मीन तैयार करना इस बात का प्रमाण है कि चुनाव से पहले ममता बनर्जी हर क्षेत्र को साधने में जुट गई हैं।