नई दिल्ली। LGBT समुदाय को लेकर हमेशा नकारात्मक दृष्टिकोण रखने वाली दक्षिणपंथी संगठन RSS ने अब उनका समर्थन किया है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत एलजीबीटी के समर्थन में खुलकर सामने आए हैं। भागवत ने कहा कि समाज में उनका भी एक स्थान है और हमें उनकी प्राइवेसी का सम्मान करना चाहिए।

ऑर्गेनाइजर' और ‘पांचजन्य' को दिये इंटरव्यू में सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि, 'इस तरह के झुकाव वाले लोग समाज में हमेशा से थे, जब से मानव का अस्तित्व है तब से वे हैं। यह बायोलॉजिकल है, जीवन का एक तरीका है। हम चाहते हैं कि उन्हें उनकी निजता का हक मिले और वह इसे महसूस करें कि वह भी इस समाज का हिस्सा है। यह एक साधारण मामला है।'

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उन्होंने कहा, ‘ट्रांसजेंडर समस्या नहीं हैं। उनका अपना पंथ है, उनके अपने देवी देवता हैं। अब तो उनके महामंडलेश्वर भी हैं। एलजीबीटी को लेकर संघ का कोई अलग दृष्टिकोण नहीं है, हिन्दू परंपरा ने इन बातों पर विचार किया है। हमे इस नजरिए को आगे बढ़ाने की जरूरत है क्योंकि इसे सुलझाने के और सभी तरीके व्यर्थ होंगे।'

बता दें कि बीजेपी और आरएसएस के नेता एलजीबीटी समुदाय का हमेशा विरोध करते रहे हैं। पिछले महीने ही बीजेपी नेता सुशील मोदी ने संसद में कहा था, 'पश्चिम का अनुसरण करने वाले कुछ लोग प्रयास कर रहे हैं कि देश में भी समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता मिले, लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए अन्यथा असंतुलन की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी। समलैंगिक विवाह के विरोध में सरकार को अदालत में अपनी बात मजबूती से रखनी चाहिए। केवल दो न्यायाधीश इस बारे में निर्णय नहीं ले सकते।'