मध्य प्रदेश की सरकार एक तरफ जहां राजस्थान के  कोटा से छात्रों को बुला चुकी है, वहीं प्रदेश के इंदौर - भोपाल जैसे महानगरों में ही हजारों छात्र - छात्राएं फंसे हुए हैं। प्रदेश भर के अलग अलग जिलों के इन बच्चों को व्यवस्थित तरीके से उनके घर पहुँचाने का इंतजाम सरकार नहीं कर पाई है। वाहन तो दूर की बात, इन बच्चों को अनुमति देने की भी विस्तृत कार्य योजना सरकार नहीं बना पाई है। ऐसा ही एक सवाल उठाया है राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने।



Click  पंजीयन के बाद भी वापसी नहीं,कितना धैर्य रखें?



विवेक तन्खा ने एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि पन्ना के इंदौर में फंसे हुए 35 गरीब छात्रों को मध्य प्रदेश सरकार ना तो घर पहुंचाने की स्वयं व्यवस्था कर रही है तथा मेरे द्वारा वाहन की व्यवस्था करने पर सरकार अनुमति नहीं दे रही है। यदि आप पन्ना के इंदौर मै फसे हुए साधनहीन छात्रों को उनके घर नहीं भेज सकते तो हमें अनुमति ‌दें।





 



जाहिर है कि सरकार की असफलता के चलते अब अभिभावक और छात्र जन-प्रतिनिधियों से गुहार लगा रहे हैं। लेकिन शायद उनकी आवाज भी अभी सरकार तक नहीं पहुंची है।